ससुराल से ही चुनाव लड़ेंगी विनेश फोगाट! कितना काम आएगा ओलंपिक का सहानभूति फैक्टर?

हरियाणा की राजनीति पर नजर रखने वाले जानकार कहते हैं कि ओलंपिक मेडल चूकने के बाद विनेश को लेकर सहानभूति है. कुश्ती संघ के खिलाफ धरने के दौरान जो हुआ उसको लेकर भी लोगों के मन में पहलवानों के प्रति साहनभूति थी.
Vinesh Phogat

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Haryana Election: हरियाणा विधानसभा चुनाव में दिग्गज पहलवान विनेश फोगाट के जुलाना सीट से चुनाव लड़ने की संभावना है. वहीं बजरंग पुनिया चुनाव नहीं लड़ेंगे. यह लगभग तय माना जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति ने विनेश के नामों को मंजूरी दे दी है. विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. जुलाना पर फिलहाल जननायक जनता पार्टी के अमरजीत ढांडा का कब्जा है. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, विनेश फोगाट ने जुलाना सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, जबकि कांग्रेस चाहती थी कि वह गुरुग्राम के नजदीक वाली सीट से चुनाव लड़ें.

जुलाना से विनेश का खास नाता

जुलाना सीट से चुनाव लड़ने की वजह भी सामने आ गई है. जुलाना सीट से उनका खास नाता है. जुलाना सीट के अंतर्गत ही उनके पति सोमवीर का गांव बख्ता खेड़ा आता है. कांग्रेस में शामिल होने के पहले से विनेश के परिवार के सदस्य क्षेत्र का दौरा करके समर्थन जुटाने में लगे हुए थे. जुलाना सीट जाट बहुल मानी जाती है. 2019 के विधानसभा चुनाव में जेजेपी के अमरजीत ढांडा को यहां से जीत हासिल हुई थी. 2009 से 2019 तक इस सीट पर इंडियान नेशनल लोकदल का कब्जा रहा.कांग्रेस ज्वाइन करने के बाद जब पत्रकारों ने विनेश से पूछा कि वो ससुराल या मायके में से किस क्षेत्र का चयन चुनाव लड़ने के लिए करेंगी, तो उनका कहना था कि दोनों ही क्षेत्रों से उनका लगाव है.

कांग्रेस में शामिल होने के तुरंत बाद विनेश फोगाट ने कहा, “जब हमें सड़कों पर घसीटा जा रहा था, तब बीजेपी ने हमारा साथ नहीं दिया जबकि बाकी दल हमारे साथ खड़े थे. कांग्रेस ने हमारे दर्द और आंसुओं को समझा. आज मुझे गर्व है कि मैं एक ऐसी विचारधारा से जुड़ी हूं, जो महिलाओं पर हो रहे अन्याय के खिलाफ खड़ी है.”

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क्या काम आएगा सहानभूति फैक्टर?

हरियाणा की राजनीति पर नजर रखने वाले जानकार कहते हैं कि ओलंपिक मेडल चूकने के बाद विनेश को लेकर सहानभूति है. कुश्ती संघ के खिलाफ धरने के दौरान जो हुआ उसको लेकर भी लोगों के मन में पहलवानों के प्रति साहनभूति थी. मेडल प्रकरण ने इसे विनेश के लिए और बढ़ा दिया है. अगर विनेश को कांग्रेस टिकट देती है तो उन्हें इस सहानभूति का फायदा मिल सकता है. ये अलग बात है कि यह फायदा निर्णायक साबित होता है या नहीं यह आठ अक्टूबर को पता चलेगा. जब विधानसभा चुनाव के नतीजे आएंगे.

विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया यौन उत्पीड़न के आरोपों पर भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध का हिस्सा थे. इसके अलावा, विनेश फोगाट ने 50 किलोग्राम स्वर्ण पदक मुकाबले से अयोग्य घोषित होने के एक दिन बाद रिटायमेंट ले लिया था. फोगाट का वजन 100 ग्राम अधिक पाया गया था. कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी के साथ सीट बंटवारे पर बातचीत के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है, जिसमें राज्य के लिए पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन, हरियाणा के एआईसीसी प्रभारी दीपक बाबरिया और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा शामिल हैं. हरियाणा में 90 विधानसभा सीटों पर 5 अक्टूबर को मतदान होगा और 8 अक्टूबर को मतगणना होगी.

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