हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की बेरूत हमले में मौत, सुरक्षित स्थान पर पहुंचे ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई!
Iran Israel War: हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की बेरूत हमले में मौत हो गई है. इस बात की पुष्टि इजरायली सेना (IDF) ने शनिवार को अपने आधिकारिक बयान में की. जानकारी के अनुसार, 27 सितंबर को हुए इस हमले में नसरल्लाह के साथ ही हिजबुल्लाह के कई अन्य प्रमुख कमांडर भी मारे गए हैं.
इजरायली सेना के मुताबिक, सटीक खुफिया जानकारी मिली थी कि हिजबुल्लाह के वरिष्ठ नेता बेरूत के हेडक्वार्टर में एक गुप्त बैठक कर रहे थे. इसके बाद शुक्रवार शाम को इजरायली सेना ने उस स्थान पर जबरदस्त बमबारी की, जिसमें हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह, दक्षिणी मोर्चे के कमांडर अली कार्की और अन्य प्रमुख कमांडर मारे गए. इस बीच ये भी दावा किया जा रहा है कि ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई को कड़ी सुरक्षा के बीच सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है. सूत्रों के अनुसार, वहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था भी की गई है.
32 साल का नेतृत्व खत्म
इजरायली सेना ने अपने बयान में कहा कि हसन नसरल्लाह पिछले 32 वर्षों से हिजबुल्लाह का नेतृत्व कर रहे थे, और इस दौरान वह कई इजरायली नागरिकों और सैनिकों की हत्या के साथ-साथ कई आतंकवादी गतिविधियों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने के लिए जिम्मेदार थे. सेना ने कहा कि नसरल्लाह वैश्विक स्तर पर कई आतंकवादी हमलों का नेतृत्व कर रहा था, जिसमें कई देशों के निर्दोष नागरिकों की हत्या हुई.
क्षेत्रीय तनाव बढ़ने की आशंका
आईडीएफ के अनुसार, हिजबुल्लाह आतंकवादी संगठन 8 अक्टूबर को हमास के साथ मिलकर इजरायल के खिलाफ युद्ध में शामिल हो था. तब से हिजबुल्लाह के हमलों में इजरायली नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है, जिससे लेबनान और पूरे क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है. इजरायली सेना ने नसरल्लाह को संगठन का मुख्य निर्णयकर्ता और रणनीतिकार बताया, जो हिजबुल्लाह की सभी महत्वपूर्ण गतिविधियों का नेतृत्व करता था. इस हमले के बाद पूरे क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर चिंताएं और बढ़ गई हैं, और आने वाले समय में लेबनान और इजरायल के बीच तनाव और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है.