“अहंकार की बू आ रही है”, छत्रपति शिवाजी की मूर्ति ढहने को लेकर PM की माफी पर उद्धव ठाकरे का तंज
उद्धव ठाकरे
Shivaji Maharaj Statue Collapse: शिवसेना (UBT) नेता उद्धव ठाकरे ने रविवार को महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने के लिए राज्य सरकार और केंद्र दोनों की आलोचना की है. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माफी को “अहंकार की बू” करार दिया है. उन्होंने रविवार को महा विकास अघाड़ी के घटक दलों के साथ मिलकर दक्षिण मुंबई में हुतात्मा चौक से गेटवे ऑफ इंडिया तक विरोध मार्च में हिस्सा लिया.
इस दौरान उद्धव ने कहा, “क्या आपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माफ़ी में अहंकार देखा? इसमें अहंकार की बू आ रही थी. एक उपमुख्यमंत्री मुस्कुरा रहे थे.” ठाकरे ने कहा, “गलती को माफ़ नहीं किया जा सकता. ठाकरे के साथ, एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार, महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले और अन्य नेता और कार्यकर्ता मार्च में शामिल हुए. बारामती की सांसद सुप्रिया सुले और पूर्व राज्य मंत्री अनिल देशमुख ने भी विरोध रैली में हिस्सा लिया.
किस बात के लिए माफी मांग रहे हैं पीएम: उद्धव ठाकरे
ठाकरे ने यह भी सवाल किया कि पीएम माफ़ी क्यों मांग रहे हैं. उन्होंने कहा, “पीएम किस बात के लिए माफ़ी मांग रहे थे? आठ महीने पहले जिस मूर्ति का उन्होंने उद्घाटन किया था, उसके लिए? इसमें शामिल भ्रष्टाचार के लिए? एमवीए कैडर को शिवाजी महाराज का अपमान करने वाली ताकतों को हराने के लिए मिलकर काम करना चाहिए. मूर्ति का गिरना महाराष्ट्र की आत्मा का अपमान है.”
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“मूर्ति का गिरना भ्रष्टाचार का उदाहरण”
शरद पवार ने कहा, “सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति का गिरना भ्रष्टाचार का उदाहरण है. यह सभी शिवप्रेमियों का अपमान है.” इससे पहले शुक्रवार को पालघर में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “आज मैं उनके चरणों में सिर झुकाता हूं और अपने देवता से माफी मांगता हूं.” पीएम मोदी द्वारा 4 दिसंबर, 2023 को अनावरण की गई 17वीं सदी के मराठा योद्धा राजा की मूर्ति 26 अगस्त को गिर गई.