“कांग्रेस के लिए राहुल गांधी ही देवता हैं…”, कर्नाटक में गणेश जी की मूर्ति को पुलिस वैन में ले जाने पर गिरिराज सिंह का तंज

बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता तुहिन सिन्हा ने कहा कि मांड्या में गणेश की मूर्ति को पुलिस वैन में बंद करके ले जाना एक अत्यंत पीड़ादायक और अस्वीकार्य दृश्य है. उन्होंने कहा कि यह घटना टीपू सुल्तान के समय की याद दिलाती है, जब 1790 में टीपू सुल्तान ने पूजा कर रहे ब्राह्मणों पर आक्रमण कर दिया था.
Giriraj Singh

बीजेपी नेता गिरिराज सिंह

Karnataka Ganesh Statue: कर्नाटक में भगवान गणेश की प्रतिमा को पुलिस वैन में ले जाने की तस्वीर ने हाल ही में विवाद खड़ा कर दिया है. बीजेपी ने इस घटना को लेकर सिद्दारमैया सरकार पर निशाना साधा है. बीजेपी का कहना है कि यह घटना टीपू सुल्तान की विरासत की याद दिलाती है.बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने कटाक्ष करते हुए कहा, “कांग्रेस के लिए सिर्फ एक ही देवता है, और वो हैं राहुल गांधी.” सिंह का कहना है कि कांग्रेस केवल अपने नेताओं को ही सर्वोच्च मानती है, जबकि अन्य धार्मिक प्रतीक और आस्थाएं उसकी प्राथमिकता में नहीं हैं.

यह घटना टीपू सुल्तान के समय की याद दिलाती है: तुहिन सिन्हा

बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता तुहिन सिन्हा ने कहा कि मांड्या में गणेश की मूर्ति को पुलिस वैन में बंद करके ले जाना एक अत्यंत पीड़ादायक और अस्वीकार्य दृश्य है. उन्होंने कहा कि यह घटना टीपू सुल्तान के समय की याद दिलाती है, जब 1790 में टीपू सुल्तान ने पूजा कर रहे ब्राह्मणों पर आक्रमण कर दिया था. इस हमले में सैकड़ों ब्राह्मणों की हत्या कर दी गई थी, और आज भी वहां के कई परिवार दिवाली जैसे पर्व नहीं मनाते. सिन्हा ने यह भी आरोप लगाया कि गणेशोत्सव के दौरान कर्नाटक सरकार ने पूजा आयोजकों को सुरक्षा देने की बजाय भगवान गणेश की प्रतिमा को ही गिरफ्तार कर लिया. यह धर्मनिरपेक्षता और धार्मिक स्वतंत्रता के मूल्यों के खिलाफ है.

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इंडी गठबंधन से सावधान रहें हिंदू समुदाय: बीजेपी

बीजेपी ने कहा कि इस घटना ने मनमोहन सरकार के कार्यकाल में प्रस्तावित एक बिल की याद भी दिलाई, जिसमें दंगों के लिए बहुसंख्यक समुदाय को दोषी मान लिया जाता था. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने उस समय इस बिल का विरोध किया था. सिन्हा ने कहा कि यह घटना और इससे जुड़े आरोप इंडी गठबंधन की खतरनाक गतिविधियों का संकेत देते हैं, और हिंदू समुदाय को इस गठबंधन से सावधान रहने की सलाह दी. यह स्थिति कर्नाटक के राजनीतिक और सामाजिक माहौल को लेकर चल रही बहस को और गर्म कर रही है.

तस्वीर के पीछे की सच्चाई

हालांकि, तस्वीर के पीछे की कहानी कुछ अलग ही है. मंड्या जिले के नागमंगला तालुक में गणेश प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान हुई हिंसा का विरोध करने के प्रयास में बेंगलुरु में लगभग 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया. बेंगलुरु मेट्रोपॉलिटन गणेश उत्सव समिति ने टाउन हॉल क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई थी, लेकिन पुलिस ने इसे अनुमति नहीं दी. प्रदर्शनकारी दुकानों और वाहनों पर पत्थर फेंकने वालों के खिलाफ कार्रवाई और बिना वजह गिरफ्तार किए गए हिंदुओं की रिहाई की मांग कर रहे थे.

डीसीपी शेखर के नेतृत्व में पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया. प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिए जाने के बाद, भगवान गणेश की मूर्ति को प्रदर्शनकारियों के लिए निर्धारित पुलिस वैन में रखा गया, जिससे यह तस्वीर वायरल हो गई और राजनीतिक व सोशल मीडिया पर बहस शुरू हो गई. वैन में अकेले गणेश की मूर्ति ने फोटोग्राफरों का ध्यान आकर्षित किया, जिससे पुलिस को स्थिति के बिगड़ने की आशंका का तुरंत अंदाजा हो गया.

 

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