BSP सुप्रीमो को PM कैंडिडेट बनाकर NDA को झटका देने की तैयारी में INDI गठबंधन? मायावती की ‘चुप्पी’ बढ़ा रही सस्पेंस!

अगर दमखम की बात की जाए तो उत्तर प्रदेश से लेकर राजस्थान और पंजाब तक, तेलंगाना से लेकर मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में मायावती की पार्टी अकेले सीटें न जीत पाएं, लेकिन किसी भी पार्टी का गणित आराम से बिगाड़ सकती है.
Mayawati

मायावती ( फोटो-सोशल मीडिया)

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव सिर पर है लेकिन बीएसपी सुप्रीमो मायावती चुप्पी साधे हुई हैं. बीएसपी का न तो कहीं रैली और न ही सभाएं हो रही हैं. एक तरफ जहां बीजेपी ने पहली लिस्ट जारी कर दी. वहीं ‘इंडी ब्लॉक’ भी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है. तमाम सियासी उठापटक के बाद यूपी में अखिलेश यादव और कांग्रेस के बीच सीटों का समझौता हो गया है. उत्तर प्रदेश में एक तरफ़ सभी पार्टियों के नेता धुआंधार रैलियां कर रहे हैं तो मायावती ने अभी तक एक भी रैली नहीं की है. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि इसके पीछे रणनीति काम कर रही है.

गठबंधन के ताने-बाने बुनने लगी बसपा

हालांकि, कभी यूपी की सत्ता में काबिज रह चुकी बहुजन समाज पार्टी भी अब लोकसभा चुनाव में गठबंधन के ताने-बाने बुनने लगी है. यूपी की पूर्व सीएम मायावती की पार्टी ने दक्षिण भारत के राज्य तेलंगाना में के चंद्रशेखर राव की भारत राष्ट्र समिति (BRS) के साथ गठबंधन कर लिया है. आगामी लोकसभा चुनाव के लिए हुए इस गठबंधन का ऐलान खुद केसीआर ने किया है.

बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा से ज्यादा सीट जीतकर आने वाली बसपा का उत्साह अखिलेश यादव से दोगुना होनी चाहिए थी, लेकिन न तो पार्टी नेताओं में उत्साह दिख रहा है न ही कार्यकर्ताओं में. ये चुप्पी वैसे ही नहीं है. इस रहस्यमयी शांति के पीछे कुछ तो है? अब सवाल उठ रहा है कि क्या मायावती चुनाव की तारीख के ऐलान का इंतजार कर रही है? क्या मायावती की ‘इंडी गठबंधन’ से बातचीत चल रही है?

प्रियंका गांधी ने की मायावती से बात!

इन सवालों और चर्चा को हवा दी है एक फोन कॉल ने. सूत्रों के मुताबिक, खुद प्रियंका गांधी ने इस बारे में मायावती से बातचीत की है. कहा जा रहा है कि प्रियंका गांधी ने फोन पर मायावती से लंबी बातचीत की है. चर्चा हैं कि सोनिया गांधी चाहती हैं कि मायावती साथ आएं और INDIA गठबंधन के साथी मिलकर मायावती को पीएम पद की उम्मीदवार घोषित करें.

बता दें कि काफी समय से मायावती की चाहत रही है कि वह प्रधानमंत्री बने. हाल के दिनों में गाहे-बगाहे बीएसपी नेता भी इस बात को कहते नजर आ जाते हैं. अगर मायावती को पीएम कैंडिडेट बनाया जाए तो BSP भी INDIA गठबंधन का हिस्सा हो सकती है. फिलहाल, अभी तक INDIA गठबंधन ने अपनी ओर से किसी को पीएम कैंडिडेट नहीं बनाया है. एक बार अखिलेश यादव ने भी कहा था कि वह मायावती को पीएम कैंडिडेट बनाना चाहते हैं लेकिन वो साथ नहीं आना चाहती.

अगर दमखम की बात की जाए तो उत्तर प्रदेश से लेकर राजस्थान और पंजाब तक, तेलंगाना से लेकर मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में मायावती की पार्टी अकेले सीटें न जीत पाएं, लेकिन किसी भी पार्टी का गणित आराम से बिगाड़ सकती है. इसे ऐसे समझिए. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन 80 में से 73 सीटें जीत गया. वहीं साल 2019 में जब सपा और बसपा एक साथ चुनाव लड़ी तो मायावती की पार्टी के 10 सांसद जीत गए.

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मोदी बनाम मायावती, कैसा होगा ‘खेला’?

गौरतलब है कि मायावती लंबे समय से सत्ता से दूर हैं. ऐसे में उनकी पार्टी भी बिखरती जा रही है. अगर इंडी ब्लॉक से उन्हें पीएम पद का उम्मीदवार बनाया जाता है तो यह बहुजन समाज पार्टी के लिए भी घाटे का सौदा नहीं होगा. मायावती के चेहरे को स्वीकार करने में और विपक्षी दलों को कोई परेशानी भी नहीं होनी चाहिए. अखिलेश यादव के अलावा एनडीए में जा चुके ओम प्रकाश राजभर ने भी कई बार कहा है कि अगर मायावती पीएम कैंडिडेट हों तो वो हमेशा उनके साथ ही रहेंगे.

सबसे खास बात ये कि अगर ऐसा कुछ होता है तो विपक्ष के पास एक ऐसा चेहरा होगा जो राष्ट्रीय स्तर पर पीएम मोदी को चुनौती दे सके. मायावती एक ऐसा चेहरा है जो किसी नेता के परिवार से नहीं आती हैं, साथ ही उनकी छबि अन्य नेताओं की तुलना में बेहतर ही मानी जाती है. राजनीतिक पंडितों का कहना है कि मायावती अगर पीएम उम्मीदवार बनती हैं तो वो मोदी मॉडल को चुनौती देने का माद्दा रखती हैं.

हालांकि, अभी तक मायावती ने इस पर कुछ नहीं कहा है. मायावती ने चुप्पी साध रखी है. सूत्रों के मुताबिक, अगर इंडी ब्लॉक के साथ उनकी सकारात्मक बातचीत होती है और मायावती इस ऑफर को एक्सेप्ट करती हैं तो जल्द ही इसका ऐलान संभव है.

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