Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस, टीएमसी और ‘बाहरी’ से खफा कार्यकर्ता, समाजवादी पार्टी में अंदरूनी कलह शुरू!

इस बीच उत्तर प्रदेश की मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट पर जैसे ही सपा ने भानु प्रताप सिंह के नाम की घोषणा की तो पार्टी कार्यकर्ता चौंक गए. सपा के कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखी जा रही है.
Lok Sabha Election 2024

अखिलेश यादव, भानु प्रताप सिंह

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने शुक्रवार को उम्मीदवारों की नई सूची जारी की. इस लिस्ट में पार्टी ने 3 ‘बाहरी’ लोगों को भी टिकट दिया. अब इस बात को लेकर समाजवादी पार्टी में अंदरूनी कलह शुरू हो गई है. सपा ने अपनी तीसरी सूची में मेरठ सीट से अधिवक्ता भानु प्रताप सिंह और बिजनौर जिले के नगीना से सेवानिवृत्त अतिरिक्त जिला जस्टिस (बिजनौर) मनोज कुमार को मैदान में उतारा है. पार्टी ने भदोही सीट भी तृणमूल कांग्रेस को आवंटित कर दी.

मेरठ-हापुड़ लोकसभा में भानु प्रताप सिंह का विरोध

इस बीच उत्तर प्रदेश की मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट पर जैसे ही सपा ने भानु प्रताप सिंह के नाम की घोषणा की तो पार्टी कार्यकर्ता चौंक गए. सपा के कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखी जा रही है. सूत्रों के मुताबिक, सोशल मीडिया पर जनता की नाराजगी को देखते हुए पार्टी में फिर से मंथन शुरू हो गया. कहा ये भी जा रहा है कि अब इस सीट से स्थानीय नेता को टिकट दिए जाने पर विचार किया जा रहा है.

अखिलेश यादव ने मेरठ हापुड़ लोकसभा सीट पर बाहरी चेहरे को उतारकर पार्टी के अंदर चल रहे गुटबाजी को ख्तम करने की कोशिश की. पार्टी मुखिया के इस फैसले का पार्टी में मौजूद नेताओं ने विरोध तो नहीं किया है लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखने को मिल रही है.

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सोशल मीडिया पर नाराजगी का सिलसिला जारी

ट्विटर, फेसबुक, आदि सोशल मीडिया पर स्थानीय जनता बाहरी व्यक्ति का विरोध करती नजर आ रही है. मेरठ-हापुड़ लोकसभा क्षेत्र की जनता का कहना है कि पांच लाख की मुस्लिम आबादी पर बाहरी को टिकट दिया, जबकि ओवैसी की पार्टी पिछले विधानसभा चुनाव में यहां नंबर दो पर थी. वहीं पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि पार्टी ने पहले कांग्रेस के लिए सीटें छोड़ी, फिर टीएमसी के लिए एक सीट छोड़ दिया. अब मैदान में बाहरी नेताओं को उतारा जा रहा है, जिसे सपा के कार्यकर्ता भी ठीक से नहीं जानते.

 

 

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