क्या कल से महंगा होगा पेट्रोल-डीजल? सरकार ने बढ़ाई एक्साइज ड्यूटी

प्रतीकात्मक तस्वीर
Petrol-Diesel Price: देशभर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर एक महत्वपूर्ण खबर आई. सरकार ने अचानक पेट्रोल और डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में बढ़ोतरी की है. इस फैसले के बाद यह सवाल उठने लगा कि क्या इस बढ़ोतरी से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा होगा? हालांकि, सरकार ने इस पर तुरंत प्रतिक्रिया दी और स्पष्ट किया कि इसका असर आम उपभोक्ताओं पर नहीं पड़ेगा.
क्या है एक्साइज ड्यूटी?
सबसे पहले यह समझते हैं कि एक्साइज ड्यूटी क्या होती है. एक्साइज ड्यूटी एक प्रकार का टैक्स है, जो केंद्र सरकार पेट्रोल और डीजल पर वसूलती है. यह ईंधन की कीमत का एक बड़ा हिस्सा बनाता है. फिलहाल, पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 19.90 रुपये प्रति लीटर है, जबकि डीजल पर यह 15.80 रुपये प्रति लीटर है. 2014 में यह दरें काफी कम थीं, पेट्रोल पर 9.48 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 3.56 रुपये प्रति लीटर थीं, लेकिन समय-समय पर इन दरों में बढ़ोतरी की गई है.
इस नई बढ़ोतरी में, सरकार ने पेट्रोल और डीजल दोनों पर एक्साइज ड्यूटी में 2 रुपये प्रति लीटर का इजाफा किया है. अब, सवाल यह था कि क्या इस बढ़ोतरी के बाद पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतें भी बढ़ जाएंगी.
आम जनता पर नहीं पड़ेगा असर!
सरकार ने इस बढ़ोतरी के बावजूद कहा है कि इसका असर आम ग्राहकों पर नहीं पड़ेगा. पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने घोषणा की कि एक्साइज ड्यूटी बढ़ाए जाने के बावजूद तेल कंपनियों को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में किसी भी तरह की वृद्धि करने का निर्देश नहीं दिया गया है. इसका मतलब यह है कि सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि उपभोक्ताओं को किसी भी अतिरिक्त बोझ का सामना नहीं करना पड़ेगा, भले ही एक्साइज ड्यूटी में वृद्धि की गई हो.
सरकार का कहना है कि यह निर्णय अंतरराष्ट्रीय तेल कीमतों में उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव के कारण यह कदम उठाया गया है.
2022 में केंद्र सरकार ने की थी कटौती
2022 में केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती की थी. मई 2022 में, सरकार ने पेट्रोल पर 8 रुपये और डीजल पर 6 रुपये प्रति लीटर की कटौती की थी. इस फैसले से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में काफी राहत मिली थी. वर्तमान में, पेट्रोल और डीजल का बेस प्राइस लगभग 32 रुपये प्रति लीटर है. इस पर सरकार 33 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी वसूलती है, इसके बाद राज्य सरकारें अलग-अलग वैट और सेस लगाती हैं, जिसके कारण पेट्रोल और डीजल की कीमतें तीन गुना तक बढ़ जाती हैं.
महानगरों में पेट्रोल-डीजल की कीमतें
अब हम बात करते हैं प्रमुख महानगरों में पेट्रोल और डीजल की वर्तमान कीमतों की. सोमवार, 7 अप्रैल 2025 को देश के चार प्रमुख महानगरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें इस प्रकार थीं:
नई दिल्ली
पेट्रोल: 94.72 रुपये प्रति लीटर
डीजल: 87.62 रुपये प्रति लीटर
मुंबई
पेट्रोल: 104.21 रुपये प्रति लीटर
डीजल: 92.15 रुपये प्रति लीटर
कोलकाता
पेट्रोल: 103.94 रुपये प्रति लीटर
डीजल: 90.76 रुपये प्रति लीटर
चेन्नई
पेट्रोल: 100.75 रुपये प्रति लीटर
डीजल: 92.34 रुपये प्रति लीटर
क्यों बढ़ाई गई एक्साइज ड्यूटी?
वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. जब अंतरराष्ट्रीय कीमतें बढ़ती हैं, तो सरकार के लिए तेल कंपनियों को सब्सिडी देने में कठिनाई होती है. इसलिए, एक्साइज ड्यूटी में थोड़ी वृद्धि की जाती है ताकि सरकार को राजस्व की प्राप्ति हो सके. हालांकि, सरकार का स्पष्ट बयान यह है कि उपभोक्ताओं को इसका कोई असर नहीं होगा.
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50 रुपये महंगा हुआ LPG सिलेंडर
इस बीच, एलपीजी सिलेंडर के दाम 50 रुपये बढ़ गए हैं. इस बढ़ोतरी से आम आदमी की जेब पर असर पड़ेगा. अब लोगों को खाना बनाना महंगा पड़ेगा. एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 50 रुपये का इजाफा हुआ है. इसका मतलब है कि अब आपको एक सिलेंडर के लिए ज्यादा पैसे देने होंगे. यह बदलाव तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है.
यह बढ़ोतरी ऐसे समय में हुई है जब पहले से ही महंगाई बहुत ज्यादा है. खाने-पीने की चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं. ऐसे में एलपीजी सिलेंडर का महंगा होना आम आदमी के लिए एक और झटका है.