महाराष्ट्र-झारखंड विधानसभा चुनावों की घोषणा, क्या है दोनों राज्यों में सीटों का समीकरण

Maharashtra-Jharkhand Assembly Elections: महाराष्ट्र में एक और झारखंड में 5 फेज में वोटिंग की संभावना है. महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर 2024 को, वहीं झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को खत्म हो रहा है.
Maharshtra-Jharkhand Assemby Election

महाराष्ट्र- झारखंड में आज से चुनावी शंखनाद

Maharashtra-Jharkhand Assembly Elections: चुनाव आयोग आज महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा करेगा. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार दोपहर 3:30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. महाराष्ट्र में एक और झारखंड में 5 फेज में वोटिंग की संभावना है. महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर 2024 को, वहीं झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को खत्म हो रहा है. बता दें महाराष्ट्र में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं. जहां महायुति और महाविकास आघाडी के बीच मुकाबला होगा. यहां बहुमत का आंकड़ा 145 है.

वर्तमान समय में राज्य की सत्ताधारी गठबंधन महायुति के पास कुल 201 सीटें है. जिसमें भाजपा के पास 103, शिवसेना के पास 37, एनसीपी के पास 39, छोटे दलों के पास 9 और 13 निर्दलीय विधायक हैं. वहीं, महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी के पास वर्तमान समय में कुल 67 सीटें है. जिसमें, कांग्रेस के पास 37, शिवसेना के पास 37 एनसीपी शरद पवार गुट के पास 13 शेकाप के पास 1 और एक निर्दलीय विधायक है.

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वोटरों का साधना महायुति के लिए बड़ी चुनौती

महाराष्ट्र में महायुति यानी शिवसेना, भाजपा और NCP अजित पवार गुट की सरकार है. एंटी इन्कंबेंसी और 6 बड़ी पार्टियों के बीच बंटने वाले वोट को साधना पार्टी के लिए बड़ी चुनौती होगी. 2024 लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 सीटों में INDIA गठबंधन को 30 और NDA को 17 सीटें मिलीं. इनमें BJP को 9, शिवसेना को 7 और NCP को सिर्फ 1 सीट मिली. भाजपा को 23 सीटों का नुकसान हुआ. 2019 लोकसभा चुनाव से NDA को 41 सीटें मिली थीं. 2014 में यह आंकड़ा 42 था. यानी आधे से भी कम.

2024 लोकसभा चुनाव के हिसाब से भाजपा 60 सीटों के आसपास सिमट जाएगी। विपक्षी गठबंधन के एक सर्वे में राज्य की 288 सीटों पर MVA यानी महाविकास अघाड़ी को 160 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. भाजपा के लिए मराठा आंदोलन सबसे बड़ी चुनौती है. इसके अलावा शिवसेना और NCP में तोड़फोड़ के बाद उद्धव ठाकरे और शरद पवार के साथ लोगों की सिंपथी है.

झारखंड में गठबंधन की सरकार

झारखंड में महागठबंधन यानी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेतृत्व वाली सरकार है. इसमें कांग्रेस, राजद और वाम दल शामिल हैं. भाजपा को झारखंड में सरकार बनाने के लिए संथाल परगना और कोल्हान प्रमंडल की 32 सीटों पर फोकस करना होगा. संथाल परगना की 18 विधानसभा सीटों में से सिर्फ तीन सीटें अभी भाजपा के पास हैं. पिछले चुनाव में कोल्हान प्रमंडल की 14 विधानसभा सीटों पर तो भाजपा का खाता भी नहीं खुल पाया. जमशेदपुर पूर्वी से तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास को भी हार का सामना करना पड़ा.

क्या है सीटों का समीकरण

झारखंड में विधानसभा की कुल 81 सीटें है. जहां बहुमत के लिए 41 सीटों की जरूरत है. वर्तमान समय में झारखंड मुक्ति मोर्चा के पास 27, कांग्रेस के पास 18, राजद के पास एक और सीपीआई (एम) के पास एक विधायक है. वहीं, एनडीए के पास कुल 28 सीटें हैं, जिसमें भाजपा के पास 24, आजसू के पास 3 एनसीपी (एपी) के पास एक सीट है. जबकि 2 निर्दलीय समेत 6 सीटें अन्य के पास है.

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