दिल्ली में भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक खत्म, पीएम मोदी और शाह भी रहे मौजूद, कल फिर से होगी मीटिंग

बैठक लोकसभा चुनाव के बाद और केंद्रीय बजट पेश होने के कुछ दिनों बाद हो रही है. इस उच्च स्तरीय बैठक में सरकारी योजनाओं के अधिक प्रभावी क्रियान्वयन, राज्यों से फीडबैक और अन्य मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है.
BJP Meeting

भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में पीएम मोदी

BJP Meeting:  नई दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक खत्म हो गई है. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए. यह बैठक लोकसभा चुनाव के बाद और केंद्रीय बजट पेश होने के कुछ दिनों बाद हुई है. इस उच्च स्तरीय बैठक में सरकारी योजनाओं के अधिक प्रभावी क्रियान्वयन, राज्यों से फीडबैक और अन्य मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है. जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में मोदी सरकार 3.O के अगले 100 दिनों के कामकाज को लेकर रोडमैप पर भी चर्चा की गई. कल सुबह 9 बजे फिर से मीटिंग होगी.

योगी के दोनों डिप्टी भी बैठक में हुए शामिल

उत्तर प्रदेश के सियासी ड्रामे के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी बीजेपी हेडक्वार्टर में हो रही मीटिंग में पहुंचे हैं. उनसे पहले यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक भी बीजेपी मुख्यालय पहुंच चुके हैं. बीजेपी मुख्यालय में मुख्यमंत्री परिषद की बैठक हो रही है, जिसमें शामिल होने के लिए ये दिग्गज पहुंचे हैं. मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, गोवा, हरियाणा, मणिपुर और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भी विचार-विमर्श में शामिल हुए हैं. नेता कभी-कभी राजनीतिक स्थिति का भी जायजा लेते हैं.

यह भी पढ़ें: अगले महीने यूक्रेन की दौरा कर सकते हैं PM Modi, पहले पुतिन को साधा अब जेलेंस्की की बारी

लोकसभा चुनाव के परिणाम पर भी मंथन

यह बैठक केंद्रीय बजट पेश किए जाने के मद्देनजर हो रही है, जिसमें विपक्ष ने बिहार और आंध्र प्रदेश की कीमत पर अन्य राज्यों की अनदेखी करने के लिए सरकार पर निशाना साधा है. यह लोकसभा चुनावों के बाद पहली बैठक भी है, जिसमें भाजपा का प्रदर्शन निराशाजनक रहा और पार्टी ने लोकसभा में अपना बहुमत खो दिया. हालांकि, पार्टी नेताओं ने कहा कि बैठक में चर्चा के केंद्र में शासन के मुद्दे थे। पिछली ऐसी बैठक फरवरी में हुई थी.

ज़रूर पढ़ें