Modi 3.0: शपथ ग्रहण समारोह के लिए विदेशी मेहमानों का आना शुरू, न्योता न मिलने पर भड़का पाक, कहा- तीखी बयानबाजी ने खराब किया माहौल
Modi 3.0-PM Modi Oath Ceremony: देश में लोकसभा चुनाव खत्म हो गए और NDA को बहुमत मिल गया है. बहुमत मिलते ही BJP की अगुवाई वाली NDA(Modi 3.0) की ओर से नई सरकार के गठन की कवायद शुरू कर दी गई. शुक्रवार को पुराने संसद भवन में संसदीय दल बैठक हुई और नरेंद्र मोदी को गठबंधन का नेता चुना गया. इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नरेंद्र मोदी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है. अब 9 जून की शाम को शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया जाएगा. इस समारोह में भारत की पड़ोसी प्रथम नीति के तहत पड़ोसी देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल होंगे. बांग्लादेश, भूटान, श्रीलंका, सेशेल्स, नेपाल और नेपाल के राष्ट्राध्यक्ष पहुंच रहे हैं. हालांकि, भारत की ओर से पाकिस्तान को नहीं बुलाया गया है. इस पर पाकिस्तान की ओर से पहली प्रतिक्रिया भी आ गई है.
पाकिस्तान ने फिर से की J-K में आर्टिकल 370 की वकालत
पाकिस्तान की विदेश मंत्रालय कि प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच से प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जह पूछा गया कि भारत में NDA की सरकार बनने जा रही है तो नई सरकार से पाकिस्तान को क्या उम्मीदें हैं और प्रधानमंत्री मोदी के आगामी शपथ ग्रहण समारोह के लिए पाकिस्तान के लिए कोई निमंत्रण मिला है. इस पर पाकिस्तानी प्रवक्ता ने कहा कि मुझे लगता है कि यह सवाल समय से पहले है, क्योंकि हम समझते हैं कि सरकार के गठन की प्रक्रिया जारी है. इसलिए मैं इस प्रश्न पर टिप्पणी करने की स्थिति में नहीं हूं. इसके बाद फिर से जब फिर से यही सवाल पूछा गया तो उन्होंने आर्टिकल 370 की वकालत शुरू कर दी. उन्होंने यह भी कहा कि अब तक शपथ ग्रहण नहीं हुआ है तो बधाई देने का कोई मतलब नहीं है.
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‘पाकिस्तान के खिलाफ तीखी बयानबाजी में भी वृद्धि हुई’
प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान हमेशा भारत सहित अपने सभी पड़ोसियों के साथ सहयोगात्मक संबंधों की इच्छा रखता है. हमने जम्मू-कश्मीर के मुख्य विवाद सहित सभी लंबित मुद्दों को हल करने के लिए लगातार रचनात्मक बातचीत और जुड़ाव की वकालत की है. हालांकि, जम्मू-कश्मीर में 5 अगस्त 2019 की भारत की कार्रवाई ने द्विपक्षीय माहौल को खराब कर दिया है. हमने पाकिस्तान के खिलाफ तीखी बयानबाजी में भी वृद्धि देखी है, खासकर भारत में हाल के चुनावी अभियान के दौरान. हमें उम्मीद है कि भारत पाकिस्तान और भारत के लोगों के पारस्परिक लाभ के लिए शांति और बातचीत को आगे बढ़ाने और लंबे समय से चले आ रहे विवादों के समाधान के लिए अनुकूल माहौल बनाने के लिए कदम उठाएगा.