NIA ने किया गिरफ्तार तो मस्जिदों से होने लगा अनाउंसमेंट, जानें कौन है खालिद नदवी, जिसे छुड़ाने के लिए उमड़ी भीड़

मुफ़्ती खालिद नदवी अलीगोल इलाके की सुपर कॉलोनी में ऑनलाइन दीनी तालीम (धार्मिक शिक्षा) देता है. वह उर्दू और अरबी में बच्चों को कुरान और इस्लामी शिक्षा सिखाता है. हाल ही में एनआईए को यह शक हुआ कि मुफ़्ती खालिद ने अपने ऑनलाइन मदरसे के संचालन के दौरान विदेशों से फंडिंग प्राप्त की है.
Mufti Khalid Nadvi

Mufti Khalid Nadvi

NIA Raid: झांसी के अलीगोल खिड़की क्षेत्र में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने छापा मारा. इसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया है. यह छापा खासतौर पर मुफ्ती खालिद नदवी (Mufti Khalid Nadvi) के घर पर मारा गया था, जिन पर विदेशी फंडिंग से जुड़े गंभीर आरोप हैं. जैसे ही NIA की टीम ने मुफ्ती खालिद को गिरफ्तार किया, उनके समर्थकों और स्थानीय निवासियों ने विरोध करना शुरू कर दिया.

लोगों ने किया विरोध

दरअसल, करीब आठ घंटे की पूछताछ के बाद जब गुरुवार सुबह NIA टीम मुफ्ती खालिद नदवी को अपने साथ ले जाने लगी तो मस्जिद से अनाउंसमेंट कराकर लोगों की भीड़ बुला ली गई. इनमें महिलाएं, बच्चे और स्थानीय लोग शामिल थे. इन सभी ने मुफ्ती खालिद के खिलाफ की जा रही कार्रवाई का विरोध करना शुरू कर दिया. विरोध इतना उग्र हो गया कि NIA और पुलिस को उनके सामने पीछे हटना पड़ा. लोग मुफ्ती खालिद को मस्जिद में ले गए और वहां एक बड़ी भीड़ इकट्ठा हो गई, जिससे सुरक्षा बलों को वहां से लौटना पड़ा. इस घटनाक्रम के बाद पुलिस ने पूरे इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी. हालांकि, ये भी कहा जा रहा है कि एनआईए और पुलिस के टीम ने एक बार फिर से नदवी को हिरासत में ले लिया है.

नदवी पर लगे हैं गंभीर आरोप

NIA के अधिकारियों के अनुसार, मुफ्ती खालिद पर विदेशी फंडिंग के जरिए अवैध गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है. लेकिन मुफ्ती खालिद ने इन आरोपों को नकारा है. उनका कहना था कि वह पिछले कई सालों से बच्चों को धार्मिक शिक्षा दे रहे थे और कभी भी किसी तरह की अवैध फंडिंग का हिस्सा नहीं बने. उन्होंने कई मौके पर दावा किया कि उनका काम सिर्फ उर्दू और अरबी की शिक्षा देना है और उन्होंने न तो कोई गलत कार्य किया है, न ही विदेशी फंडिंग ली है.

शहर के काजी ने क्या कहा?

वहीं शहर के काजी ने मीडिया से कहा कि NIA की कार्रवाई का कोई ठोस आधार नहीं था. उन्होंने यह भी बताया कि रात के तीन बजे जब NIA की टीम उनके घर पहुंची, तो उन्होंने कोई भी आपत्तिजनक सामग्री नहीं पाई.

वहीं, मुफ्ती खालिद के समर्थक इस कार्रवाई को न सिर्फ गलत मानते हैं, बल्कि इसे धार्मिक उत्पीड़न के रूप में भी देख रहे हैं. उनका कहना है कि मुफ्ती खालिद ने हमेशा धार्मिक शिक्षा का प्रचार किया और कभी भी कानून से बाहर जाकर कोई काम नहीं किया.

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मुफ़्ती खालिद नदवी कौन है?

मुफ़्ती खालिद नदवी अलीगोल इलाके की सुपर कॉलोनी में ऑनलाइन दीनी तालीम (धार्मिक शिक्षा) देता है. वह उर्दू और अरबी में बच्चों को कुरान और इस्लामी शिक्षा सिखाता है. हाल ही में एनआईए को यह शक हुआ कि मुफ़्ती खालिद ने अपने ऑनलाइन मदरसे के संचालन के दौरान विदेशों से फंडिंग प्राप्त की है. इस मामले की जांच करने के लिए एनआईए की टीम ने रात के करीब ढाई बजे उनके घर पर छापेमारी की.

एनआईए की पूछताछ के बाद, जब उन्होंने मुफ़्ती खालिद को हिरासत में लिया, तो यह घटना एक बड़ा विवाद बन गई. मुफ़्ती खालिद के समर्थकों और स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया, और देखते ही देखते इलाके में बखेड़ा खड़ा हो गया.

इस घटनाक्रम के बाद स्थानीय समुदाय में गुस्सा और आक्रोश फैल गया है. पुलिस ने इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके. फिलहाल NIA की जांच जारी है और मामले में नए तथ्य सामने आने की उम्मीद जताई जा रही है.

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