बाबा सिद्दीकी की हत्या के आरोपियों का यूपी से कनेक्शन, मां ने बता दिया दोनों का काला सच
Baba Siddique Shot Dead: मुंबई में शनिवार रात एनसीपी (अजीत पवार गुट) के नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई, और अब इस हत्याकांड में उत्तर प्रदेश से जुड़ा कनेक्शन सामने आया है. पुलिस जांच में पता चला है कि जिन शार्प शूटरों के नाम इस हत्या में सामने आए हैं, वे उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के रहने वाले हैं. इन शार्प शूटरों का नाम धर्मराज कश्यप और शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा बताया जा रहा है. दोनों आरोपी लंबे समय से मुंबई और पुणे में रह रहे थे, लेकिन कब और कैसे ये लॉरेंस बिश्नोई गैंग के संपर्क में आए, इसका कोई ठोस सुराग अभी तक नहीं मिला है. वहीं तीसरा आरोपी, हरियाणा के कैथल का रहने वाला गुरमैल बलजीत सिंह (23) है.
धर्मराज कश्यप की मां का बयान
इस हत्याकांड में शामिल धर्मराज कश्यप की मां कुसुमा ने कहा कि वह बहराइच जिले के गंडारा गांव की रहने वाली हैं. उन्होंने बताया कि धर्मराज उनका सबसे छोटा बेटा है और वह करीब दो महीने से मुंबई में रह रहा था. उन्होंने हत्या की घटना पर अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि उन्हें पुलिस के आने के बाद ही इस मामले की जानकारी हुई. कुसुमा के मुताबिक, उनका बेटा पुणे में कबाड़ के कारोबार के लिए गया था, और वह कभी ऐसी किसी गतिविधि में शामिल नहीं था.
शिवकुमार गौतम की मां की प्रतिक्रिया
वहीं, दूसरे आरोपी शिवकुमार उर्फ शिवा की मां सुमन ने भी अपने बेटे के बारे में बयान दिया. सुमन ने बताया कि उन्हें इस हत्याकांड की कोई जानकारी नहीं थी और सुबह ही उन्हें इस बारे में पता चला. उन्होंने कहा कि उनका बेटा पुणे में रहकर भंगार का काम करता था और उसका कभी किसी से कोई विवाद नहीं हुआ. सुमन ने भी अपने बेटे पर लगे आरोपों पर हैरानी जताई और कहा कि शिवा ऐसा नहीं कर सकता.
यह भी पढ़ें: यूपी-बिहार से दिल्ली तक, Baba Siddique की मौत पर गरमाई सियासत, शिंदे सरकार पर उठ रहे सवाल
प्रधान पति का बयान
गांव के प्रधान पति मोहम्मद हसनैन ने कहा कि पुलिस और क्राइम ब्रांच इस मामले की गहराई से जांच कर रही हैं, और सच्चाई जल्द सामने आएगी. उन्होंने बताया कि धर्मराज करीब दो महीने पहले और शिवा सात-आठ महीने पहले मुंबई गए थे. इन दोनों की अपने घर से बहुत कम बातचीत होती थी. जब उनसे पूछा गया कि क्या वे इस हत्याकांड में शामिल हो सकते हैं, तो उन्होंने कहा कि कुछ कहा नहीं जा सकता, हो सकता है कि वे किसी साजिश का शिकार हो गए हों.
यह मामला अब पुलिस और जांच एजेंसियों के लिए एक गंभीर चुनौती बन गया है, और इस हत्याकांड से जुड़े कई अनसुलझे सवालों के जवाब अभी आने बाकी हैं.