Pune Hit And Run Case: ‘कानून सबके लिए बराबर’, पुणे पोर्श कांड पर पहली बार बोले सीएम शिंदे, बोले- किसी को बख्शा नहीं जाएगा
Pune Hit And Run Case: 19 मई को पुणे के कल्याणीनगर में एक युवक और युवती की सड़क हादसे में मौत हो गई. हादसे की वजह थी पोर्शे की तेज रफ्तार स्पोर्ट्स कार. यह मामला तब बड़ा बन, जब खुलासा हुआ कि यह कार एक नाबालिग चला रहा था और वह शायद नशे में भी था. इतनी ही नहीं, जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड से उसे जमानत भी मिल गई. और जमानत की शर्ते थी, हादसे पर निबंध लिखना और शराब छोड़ने के लिए डॉक्टर से संपर्क करना. इस हादसे में अब कई और चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. अब इस मामले पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपनी चुप्पी तोड़ी है.
कड़ी कार्रवाई का निर्देश
पुणे हिट एंड रन केस में महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे कहा है कि वह घटना के पहले दिन से पुणे पुलिस कमिश्नर के संपर्क में हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि कानून सभी के लिए समान है. चाहे कोई भी व्यक्ति कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि कोई भी व्यक्ति कितना भी अमीर या गरीब क्यों न हो, कानून सबके लिए बराबर है और इस मामले में किसी को बख्शा नहीं जाएगा. मैंने कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है. बता दें कि, सीएम एकनाथ शिंदे की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब कांग्रेस के महाराष्ट्र अध्यक्ष नाना पटोले ने राज्य में पुलिस, राजनेताओं और अमीर लोगों के बीच सांठगांठ का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री और उनके डिप्टी सीएम के इस्तीफे की मांग की है.
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19 मई को हुई थी घटना
बता दें कि, 19 मई को रविवार तड़के शहर में दो मोटरसाइकिल सवार सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को पोर्श कार से पुणे के अमीर बिल्डर के रईसजादे बेटे ने बुरी तरह कुचल दिया था. किशोर को किशोर न्याय बोर्ड (JJB) के समक्ष पेश किया गया, यहां जज ने 300 शब्दों का निबंध लिखने के लिए कहते हुए जमानत दे दी. त्वरित जमानत और पुलिस की समीक्षा याचिका पर हंगामे के बाद, जेजेबी ने बुधवार को रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के बेटे किशोर को 5 जून तक एक अवलोकन गृह में भेज दिया. पुलिस ने मामले में किशोर के पिता को भी गिरफ्तार कर लिया है.