“अवधेश प्रसाद को पीछे क्यों भेजा?”, कांग्रेस पर भड़के अखिलेश-डिंपल, लोकसभा में सिटिंग पर संग्राम
Opposition Seating Controversy: 18वीं लोकसभा के लिए नई सिटिंग व्यवस्था तय कर दी गई है, लेकिन सीटों को लेकर विवाद अभी भी थमता नजर नहीं आ रहा है. अब समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और उनकी सांसद पत्नी डिंपल यादव ने इस बदलाव पर नाराजगी जताई है. उनका सवाल है कि अयोध्या से सीनियर सांसद अवधेश प्रसाद को पीछे क्यों भेजा गया?
अवधेश को क्यों मिली दूसरी पंक्ति?
अब तक अवधेश प्रसाद विपक्षी नेता राहुल गांधी और अखिलेश यादव के पास पहली पंक्ति में बैठते थे. लेकिन इस बार उन्हें दूसरी पंक्ति में भेज दिया गया है. यह बदलाव सपा को ठीक नहीं लगा, खासकर क्योंकि कांग्रेस ने इस बदलाव के बारे में पहले से सपा को जानकारी नहीं दी थी. अखिलेश यादव ने इसे लेकर गुस्सा जाहिर किया और कहा कि इस बदलाव से पहले उन्हें विश्वास में क्यों नहीं लिया गया?
सपा को एक सीट कम
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस ने विपक्षी दलों को सीटें आवंटित करते समय सपा की एक सीट घटा दी. पहले समाजवादी पार्टी के पास अगली पंक्ति में दो सीटें थीं, लेकिन अब केवल एक सीट अखिलेश यादव के लिए रिजर्व रखी गई है. इस बदलाव के बाद अखिलेश यादव कांग्रेस से नाराज हो गए और उन्होंने इसे लेकर अपनी चिंता जाहिर की. उनका कहना था कि सरकार और कांग्रेस ने बिना कोई चर्चा किए यह फैसला लिया, जो कि सपा के लिए उचित नहीं है.
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विरोध प्रदर्शन से दूर सपा
आज जब संसद की कार्यवाही शुरू हुई, तो राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ सपा के कोई भी सांसद विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं हुए. हालांकि, डिंपल यादव ने इस मुद्दे को स्पीकर के सामने उठाया और कहा कि इस मामले पर विचार किया जाए और सपा को आगे की पंक्ति में एक और सीट दी जाए. उन्होंने भरोसा जताया कि स्पीकर इस मामले को समझेंगे और उनकी बातों पर गौर करेंगे.
टीआर बालू ने भी कांग्रेस से सीट बदलने की मांग की
इसी दौरान, डीएमके पार्टी के नेता टीआर बालू ने भी कांग्रेस से अनुरोध किया कि उन्हें राहुल गांधी के पास पहली पंक्ति में बैठने का अवसर दिया जाए. इस पर कांग्रेस ने उनकी बात मानी और उन्हें अग्रिम पंक्ति में सीट दी. हालांकि, डीएमके के बाकी सांसद इस मामले में पीछे रह गए. तो, कुल मिलाकर यह बवाल कांग्रेस की सीटों के आवंटन के फैसले के कारण बढ़ गया है. अब देखना यह है कि क्या सपा को अपनी मांगें पूरी करने का मौका मिलेगा या यह विवाद आगे और बढ़ेगा.