CWC की बैठक में नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने का प्रस्ताव पारित, खुद के नाम पर मुहर के बाद क्या बोले राहुल गांधी?
Rahul Gandhi: लोकसभा चुनाव 2024 में 99 सीटें जीतकर राष्ट्रीय राजनीति में अपनी भूमिका को मजबूत करने के बाद, कांग्रेस ने शनिवार को पार्टी की कार्य समिति की बैठक बुलाई. कांग्रेस में निर्णय लेने वाली शीर्ष संस्था- सीडब्ल्यूसी की विस्तारित बैठक नई दिल्ली के अशोका होटल में आयोजित की गई, जिसमें लोकसभा चुनाव परिणामों और भविष्य की रणनीतियों पर महत्वपूर्ण विचार-विमर्श हुआ. पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के अलावा पार्टी के अन्य शीर्ष नेता इस बैठक में शामिल हुए.
बैठक के दौरान सर्वसम्मति से राहुल गांधी को लोकसभा में विपक्ष का नेता बनाने की मांग उठी. कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्यों ने प्रस्ताव पारित किया है कि राहुल गांधी को लोकसभा में पार्टी का नेता नियुक्त किया जाना चाहिए. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के लिए अपने नाम का प्रस्ताव पारित होने पर राहुल गांधी ने इस बारे में सोचने के लिए कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्यों से कुछ वक्त मांगा है.
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“भारत जोड़ो यात्रा से पार्टी को फायदा हुआ”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में कहा, ‘मैं आपका ध्यान इस तथ्य की ओर आकर्षित करना चाहता हूं कि भारत जोड़ो यात्रा जहां भी गई, हमने वहां कांग्रेस पार्टी के वोट प्रतिशत और सीटों की संख्या में वृद्धि देखी. मणिपुर में, हमने दोनों सीटें जीतीं. हमने नागालैंड, असम और मेघालय में भी सीटें जीतीं. महाराष्ट्र में हम सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरे. देश के लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए सभी क्षेत्रों के लोगों ने कांग्रेस पार्टी का समर्थन किया.
इसके अलावा, हमने एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक मतदाताओं के प्रभुत्व वाली सीटों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी सीटों में वृद्धि देखी. आगे बढ़ते हुए, हमें शहरी क्षेत्रों में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी.’ उन्होंने आगे कहा कि जब पार्टी अपने पुनरुद्धार का जश्न मना रही है, तो कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को थोड़ा रुकना चाहिए, क्योंकि कुछ राज्यों में हमने अपनी क्षमताओं और अपेक्षाओं के अनुरूप प्रदर्शन नहीं किया है.