पटना यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव में पहली बार लड़की बनी अध्यक्ष, मैथिली मृणालिनी ने मारी बाजी

संयुक्त सचिव पद पर एनएसयूआई समर्थित उम्मीदवार रोहन सिंह ने जन सुराज की अनु कुमारी को महज 182 वोटों से हराया. रोहन सिंह को 2273 वोट मिले, जबकि अनु कुमारी को 2091 वोट मिले. उपाध्यक्ष पद पर धीरज कुमार ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत हासिल की.
ABVP candidate Matheli Mrinalini

मैथिली मृणालिनी

PUSU Election: बिहार की प्रतिष्ठित पटना यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ चुनाव में इतिहास रचा गया है. इस चुनाव में पहली बार किसी लड़की ने अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की है. एबीवीपी (Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad) की उम्मीदवार मैथिली मृणालिनी ने शानदार जीत दर्ज की, और इस तरह उन्होंने पटना यूनिवर्सिटी के इतिहास में पहली महिला अध्यक्ष बनने का गौरव प्राप्त किया.

मैथिली ने राजा को 596 वोटों से हराया

मैथिली मृणालिनी ने अध्यक्ष पद पर कुल 3524 वोट हासिल किए और अपने निकटतम प्रतिद्वंदी एनएसयूआई (National Students’ Union of India) के उम्मीदवार मनोरंजन राजा को 596 वोटों से हराया. मनोरंजन राजा को 2928 वोट मिले थे. अब बिहार के छात्र राजनीति में महिलाओं की भागीदारी भी देखी जा रही है.

महासचिव और कोषाध्यक्ष पद भी महिला उम्मीदवारों के नाम

इस चुनाव में महिलाएं सिर्फ अध्यक्ष पद तक ही सीमित नहीं रहीं, बल्कि केंद्रीय पैनल के अन्य महत्वपूर्ण पदों पर भी महिलाओं ने कब्जा किया. महासचिव पद पर निर्दलीय उम्मीदवार सलोनी राज ने जीत दर्ज की, उन्हें 4271 वोट मिले. वहीं, कोषाध्यक्ष पद पर सौम्या श्रीवास्तव ने भी 2707 वोट हासिल कर जीत की ओर कदम बढ़ाया.

यह भी पढ़ें: 12 साल बाद RSS Headquarter पहुंचे PM Modi, हेडगवार को दी श्रद्धांजलि, मोहन भागवत भी रहे मौजूद

संयुक्त सचिव और उपाध्यक्ष पद पर भी दिलचस्प मुकाबला

संयुक्त सचिव पद पर एनएसयूआई समर्थित उम्मीदवार रोहन सिंह ने जन सुराज की अनु कुमारी को महज 182 वोटों से हराया. रोहन सिंह को 2273 वोट मिले, जबकि अनु कुमारी को 2091 वोट मिले. उपाध्यक्ष पद पर धीरज कुमार ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत हासिल की.

चुनाव की खास बातें

चुनाव के दिन 45.20% मतदान हुआ, जिसमें कुल 8625 वोट पड़े. इस बार पटना यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ चुनाव में पिछले साल के मुकाबले 10 फीसदी कम मतदान हुआ. वोटिंग के दौरान सबसे ज्यादा मतदान पटना साइंस कॉलेज में हुआ, जहां 63.30% छात्रों ने अपने वोट डाले. वहीं, कॉलेज ऑफ आर्ट एंड क्राफ्ट में सबसे कम 17.69% वोटिंग रही.

इस चुनाव ने पटना विश्वविद्यालय के इतिहास में नया अध्याय जोड़ा है. पिछले छह दशकों में यह पहला अवसर है जब किसी महिला उम्मीदवार ने अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की है. यह चुनाव दिखाता है कि पटना यूनिवर्सिटी के छात्र राजनीति में अब लड़कियों की आवाज़ भी मजबूत हो रही है, और महिलाएं अब अपनी राजनीतिक शक्ति से इतिहास रचने के लिए तैयार हैं.

ज़रूर पढ़ें