‘महाराष्ट्र के बाद बिहार चुनाव में होगी ‘मैच फिक्सिंग’…’, राहुल ने इलेक्शन में धांधली का मुद्दा फिर उठाया, BJP का पलटवार
राहुल गांधी
Maharashtra Elections: महाराष्ट्र में पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Election 2024) को लेकर कांग्रेस पार्टी बार-बार आरोप लगाती रही है कि भारतीय जनता पार्टी ने गड़बड़ी करके चुनाव में जीत हासिल की. अब एक बार फिर कांग्रेस ने बिहार चुनाव से कुछ महीनों पहले इसे बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश की है. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लोकतंत्र में धांधली का एक ‘ब्लूप्रिंट’ थे. राहुल गांधी ने द इंडियन एक्सप्रेस में ‘Match-Fixing Maharashtra’ टॉपिक से एक आर्टिकल लिखा है और भाजपा पर बड़ा हमला बोला.
राहुल ने लगाए ‘मैच फिक्सिंग’ के आरोप
राहुल गांधी ने आर्टिकल में कहा है कि भाजपा और उसके सहयोगियों ने चुनाव जीतने के लिए 5 स्टेप की पूरी प्लानिंग की थी. राहुल ने आरोप लगाते हुए अंदेशा जताया है कि महाराष्ट्र की तरह की ‘मैच फिक्सिंग’ आगामी बिहार चुनावों में भी होगी या फिर उन राज्यों में जहां भाजपा हारती नजर आ रही है.
राहुल गांधी ने अपने आर्टिकल का हवाला देते हुए आरोप लगाया है कि किस तरह भाजपा ने महाराष्ट्र चुनाव में धांधली की. राहुल ने दावा किया है कि किस तरह 5 चरणों में प्लानिंग के जरिए भाजपा ने चुनाव जीता.
- चुनाव आयोग की नियुक्ति के लिए पैनल में हेराफेरी.
- मतदाता सूची में फर्जी मतदाताओं को जोड़ना.
- वोटिंग प्रतिशत बढ़ाना.
- फर्जी वोटर्स का उस जगह इस्तेमाल करना जहां बीजेपी को जिताना है.
- सबूत छिपाना.
How to steal an election?
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 7, 2025
Maharashtra assembly elections in 2024 were a blueprint for rigging democracy.
My article shows how this happened, step by step:
Step 1: Rig the panel for appointing the Election Commission
Step 2: Add fake voters to the roll
Step 3: Inflate voter… pic.twitter.com/ntCwtPVXTu
महाराष्ट्र में मिला था महायुति को प्रचंड बहुमत
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में भाजपा की अगुवाई वाले महायुति ने लैंडस्लाइड विक्ट्री दर्ज की थी. भाजपा ने अकेले 132 सीटों पर जीत दर्ज की थी. जबकि, एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने 57 और अजित पवार की एनसीपी ने 41 सीटों पर जीत दर्ज की. 288 सदस्यीय विधानसभा में महायुति के खाते में कुल 236 सीटें आईं जबकि विपक्षी महाविकास अघाड़ी का सूपड़ा साफ हो गया.
महाराष्ट्र की जनता ने गठबंधन का 48 सीटों पर बोरिया-बिस्तर बांध दिया. 101 सीटों पर लड़ी कांग्रेस 15, 95 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली उद्धव ठाकरे की शिवसेना 20 और 86 सीटों पर लड़ने वाली शरद पवार की एनसीपी महज 13 सीटों पर सिमटकर रह गई, जिसके बाद विपक्ष ने तुरंत इन चुनाव परिणामों को खारिज करना शुरू कर दिया.
अमेरिका के दौरे पर भी उठाए थे सवाल
विपक्ष का आरोप रहा है कि भाजपा को इतना प्रचंड बहुमत कैसे मिल सकता है. राहुल गांधी ने इस मुद्दे को संसद में भी उठाया और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए थे. यहां तक कि अमेरिका के दौरे पर भी राहुल गांधी ने महाराष्ट्र चुनाव में धांधली के आरोप लगाए थे और चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए थे. आए दिन कांग्रेस महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर भाजपा पर आरोप लगाती रही है.
भाजपा का पलटवार
वहीं राहुल गांधी ने इन आरोपों पर भाजपा ने पलटवार किया है. बीजेपी नेता अमित मालवीय ने राहुल गांधी के पोस्ट को रीपोस्ट करते हुए लिखा है कि ऐसा नहीं है कि राहुल गांधी को यह नहीं पता कि चुनावी प्रक्रिया कैसे काम करती है. उन्हें बहुत अच्छी तरह से मालूम है लेकिन उनका इरादा स्पष्टता नहीं, बल्कि अराजकता फैलाना है.
It is not that Rahul Gandhi doesn’t understand how the electoral process works. He does — very well.
— Amit Malviya (@amitmalviya) June 7, 2025
But his goal is not clarity, it is chaos. His repeated attempts to sow seeds of doubt and dissension in the minds of voters about our institutional processes are deliberate.… https://t.co/3rjRv0vlXo pic.twitter.com/gJVguW3huZ
हारने पर रोना शुरू- मालवीय
मालवीय ने लिखा, “वे जानबूझकर बार-बार हमारे संस्थागत ढांचे को लेकर मतदाताओं के मन में संदेह और भ्रम के बीज बोने की कोशिश करते हैं. जब कांग्रेस चुनाव जीतती है, चाहे वो तेलंगाना हो या कर्नाटक. तब यही सिस्टम न्यायपूर्ण और निष्पक्ष कहा जाता है. लेकिन हरियाणा से लेकर महाराष्ट्र तक हारने पर रोना-धोना और साजिश के फॉर्मूले शुरू हो जाते हैं.”
भाजपा नेता ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘यह सब जॉर्ज सोरोस की रणनीति से लिया गया है. लोगों का अपनी ही संस्थाओं से भरोसा खत्म करो, ताकि उन्हें अंदर से कमजोर करके राजनीतिक लाभ लिया जा सके.” मालवीय ने कहा कि भारत का लोकतंत्र मजबूत है, इसकी संस्थाएं सक्षम हैं और भारतीय वोटर्स भी बुद्धिमान हैं. जोड़तोड़ कर लेने से सच्चाई नहीं बदलने वाली है.