राहुल गांधी ने लेख में ऐसा क्या लिख दिया, जो शाही परिवार और सिंधिया का ‘खून’ खौल उठा?

सिंधिया ने राहुल पर यह भी आरोप लगाया कि वह केवल अपने विशेषाधिकार को बचाने के लिए पुराने एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं. उन्होंने कहा, "राहुल गांधी केवल अपनी पार्टी के एजेंडे को ही बढ़ावा दे रहे हैं, वे वास्तव में आत्मनिर्भर भारत के समर्थक नहीं हैं."
Rahul Gandhi Article Controversy

राहुल गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया

Rahul Gandhi Article Controversy: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. उनका एक लेख जो ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ में प्रकाशित हुआ, राजस्थान के शाही परिवारों और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के निशाने पर आ गया है. इस लेख के कुछ हिस्सों को लेकर राजस्थान की डिप्टी सीएम दीया कुमारी, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उदयपुर के राजा लक्ष्य सिंह मेवार ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.

राहुल गांधी ने इस लेख में वर्तमान व्यापारिक परिदृश्य और भारतीय बाजारों में एकाधिकार के बारे में अपनी चिंताएं व्यक्त की थीं. हालांकि, उनके विचारों को बीजेपी और एनडीए सरकार ने गंभीरता से लिया है. आइए जानते हैं कि राहुल गांधी के इस लेख पर दीया कुमारी और सिंधिया जैसे नेताओं ने क्यों आपत्ति जताई है.

राहुल गांधी ने क्या लिखा था?

राहुल गांधी ने बुधवार को अपने X हैंडल पर लेख की कुछ लाइनें साझा करते हुए लिखा, “अपना भारत चुनें: निष्पक्ष खेल या एकाधिकार? नौकरियां या कुलीनतंत्र? योग्यता या रिश्ते? नवाचार या डर-धमकाना? धन केवल कुछ चुनिंदा लोगों के पास या सबके लिए?” इस लेख में उन्होंने भारत के व्यापारिक भविष्य पर अपने विचार रखे थे और इसके साथ ही भारतीय व्यापार की स्थिति को लेकर चेतावनी भी दी थी.

राहुल ने आगे लिखा, “ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत को चुप करा दिया था, यह अपनी व्यापारिक ताकत से नहीं, बल्कि अपने दबदबे से हुआ था. कंपनी ने हमारे महाराजाओं और नवाबों के साथ मिलकर रिश्वत और धमकाने का खेल खेला और भारत की अर्थव्यवस्था को नियंत्रित किया.” उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने अपनी स्वतंत्रता किसी अन्य देश से नहीं, बल्कि एकाधिकारवादी कंपनियों से खोई थी जिन्होंने देश को आर्थिक रूप से कमजोर किया.

यह भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर विधानसभा में भिड़े विधायक, हुई हाथापाई, 370 के मुद्दे पर BJP और NC आमने-सामने

शाही परिवार और नेताओं ने राहुल गांधी को घेरा

राहुल गांधी के इस लेख पर राजस्थान की डिप्टी सीएम और जयपुर के पूर्व शाही परिवार की सदस्य दीया कुमारी ने नाराजगी जताई. उन्होंने लिखा, “राहुल गांधी ने अपने लेख में भारत के पूर्व शाही परिवारों को बदनाम करने की कोशिश की है. ऐतिहासिक तथ्यों को गलत तरीके से पेश करना पूरी तरह से अस्वीकार्य है. एकजुट भारत का सपना हमारे पूर्व शाही परिवारों के महान बलिदानों के कारण ही संभव हो सका है.”

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी राहुल गांधी पर हमला बोला. उन्होंने लिखा, “राहुल गांधी का भारत के गौरवमयी इतिहास और संस्कृति के प्रति अज्ञानता और औपनिवेशिक मानसिकता पूरी तरह से निंदनीय है. यदि आप राष्ट्र की उन्नति का दावा करते हैं, तो भारत माता का अपमान करना बंद करें. राहुल गांधी को महादजी सिंधिया, रानी वेल्लु नचियार और कित्तूर चेन्नम्मा जैसे सच्चे भारतीय नायकों के बारे में जानना चाहिए जिन्होंने भारत की आजादी के लिए कड़ा संघर्ष किया.”

पार्टी के एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं राहुल: सिंधिया

सिंधिया ने राहुल पर यह भी आरोप लगाया कि वह केवल अपने विशेषाधिकार को बचाने के लिए पुराने एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं. उन्होंने कहा, “राहुल गांधी केवल अपनी पार्टी के एजेंडे को ही बढ़ावा दे रहे हैं, वे वास्तव में आत्मनिर्भर भारत के समर्थक नहीं हैं.” सिंधिया ने यह भी जोड़ा कि आजादी की सच्ची कहानियां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही मानी जा रही हैं, और अब भारत के इतिहास को सही तरीके से सम्मान दिया जा रहा है.

राहुल गांधी के इस लेख ने एक बार फिर राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है. बीजेपी और एनडीए सरकार के नेता राहुल पर निशाना साध रहे हैं, जबकि राहुल गांधी ने व्यापारिक परिदृश्य को लेकर अपनी चिंता जाहिर की थी. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस विवाद का राजनीतिक माहौल पर क्या असर पड़ता है, खासकर आने वाले चुनावों के दृष्टिकोण से.

ज़रूर पढ़ें