कभी ‘चीन प्रेम’ तो कभी ‘रंगभेद’…क्या अब कांग्रेस के लिए मुसीबत बन गए हैं सैम पित्रोदा? इन 7 मौके पर पार्टी की करा दी किरकिरी

सैम पित्रोदा के हर बयान पर भाजपा ने उन्हें निशाना बनाया है. भाजपा ने कांग्रेस की मानसिकता पर हमला करते हुए कहा है कि पार्टी के नेता हमेशा चीन और पाकिस्तान के प्रति नरम रवैया अपनाते हैं.
Sam Pitroda

सैम पित्रोदा और राहुल गांधी

Sam Pitroda Controversial Statements: सैम पित्रोदा हमेशा से अपने विवादित बयानों के लिए चर्चा में रहे हैं. हाल ही में उनके चीन पर दिए गए बयान ने राजनीतिक माहौल को फिर से गरमा दिया. उन्होंने कहा कि “चीन हमारा दुश्मन नहीं है” और ‘चीन से खतरे’ को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है. अब बीजेपी ने पित्रोदा के बयान को नया मुद्दा बना लिया है.

चीन को लेकर पित्रोदा ने क्या कहा?

सैम पित्रोदा ने कहा कि चीन भारत का दुश्मन नहीं है और हमें चीन से खतरे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करना बंद करना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि भारत का दृष्टिकोण हमेशा टकरावपूर्ण रहा है, जबकि अब समय आ गया है कि देशों को एक-दूसरे से सहयोग करना चाहिए. अब बीजेपी ने सैम पित्रोदा पर निशाना साधा है. बीजेपी प्रवक्ता प्रवक्ता तुहिन सिन्हा ने कहा कि जिन लोगों ने 40,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय जमीन चीन को दे दी, उन्हें अब भी चीन से कोई खतरा नहीं दिखता.

वहीं कांग्रेस के नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, राहुल ने कहा था कि चीन बहुत तेजी से अच्छे से आगे बढ़ रहा है. फिर उन्होंने कहा चीन ने बेरोजगारी को बहुत बढ़िया से टैकल किया है. फिर कहा प्रेस फ्रीडम में हम से आगे हैं. आगे कहा की चीन की इकोनॉमिक ग्रोथ बहुत अच्छी है. इस प्रक्रिया में ये सैम पित्रोदा का बयान देखा जाए तो गलवान के सैनिकों का अपमान है कि नहीं. ये बयान भारतीय सैनिकों के बलिदान का घनघोर अपमान है. आइए जानते हैं पित्रोदा के कुछ और ऐसे बयान जिनसे पहले भी सियासी घमासान मच चुका है.

विवादों से जूझते रहे हैं पित्रोदा

सैम पित्रोदा की सोच हमेशा बेबाक और अप्रतिबंधित रही है. यही कारण है कि उनके बयान अक्सर विवादों का कारण बने. उनका एक बयान 1984 के सिख विरोधी दंगों पर था. जब बीजेपी ने आरोप लगाया कि तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के इशारे पर ये दंगे हुए थे, तो पित्रोदा ने इसे खारिज करते हुए कहा, “अब क्या है, 84 का? आपने क्या किया 5 साल में, उसकी बात करिए. 1984 में हुआ तो हुआ.” इस बयान ने राजनीति में तूफान मचा दिया और पित्रोदा को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा.

इसी तरह, 2019 में पुलवामा हमले के बाद जब भारतीय वायुसेना ने बालाकोट में एयरस्ट्राइक की, तो पित्रोदा ने इस पर सवाल उठाया और कहा कि “पुलवामा जैसे हमले होते रहते हैं.” उन्होंने भारत सरकार से इस एयरस्ट्राइक के सबूत भी मांगे. यह बयान भी काफी विवादों में घिरा.

“पूर्वोत्तर के लोग चाइनीज…”

सैम पित्रोदा ने इससे पहले एक बयान में कहा था कि हमारे देश में पूर्वोत्तर के लोग चाइनीज जैसे दिखते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे होते हैं, और दक्षिण के लोग अफ्रीकी जैसे दिखते हैं, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि हम सभी भाई-बहन की तरह रहते हैं. बीजेपी ने आरोप लगाया कि यह बयान समाज में भेदभाव को बढ़ावा देने वाला है और यह कांग्रेस के सोचने के तरीके को दर्शाता है, जो समाज को एकजुट करने के बजाय तोड़ने का काम कर रही है.

इसके अलावा, पित्रोदा ने एक बयान में मिडल क्लास को स्वार्थी न बनने की सलाह दी थी और कहा था कि उन्हें न्याय योजना को फंड करने के लिए अधिक टैक्स देना चाहिए. यह बयान भी कई आलोचनाओं का कारण बना और पार्टी के नेताओं को इसे लेकर सफाई देनी पड़ी.

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मंदिरों और रोजगार पर विवाद

2023 में पित्रोदा का एक और बयान चर्चा में आया था, जब उन्होंने कहा था, “मंदिरों से बेरोजगारी, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी भारत की समस्याओं का हल नहीं होगा.” उन्होंने यह भी कहा था कि लोग राम, हनुमान और मंदिरों की बातें करते हैं, लेकिन किसी ने बेरोजगारी, महंगाई और शिक्षा जैसी महत्वपूर्ण समस्याओं पर बात नहीं की. इस बयान पर बीजेपी ने सैम को आड़े हाथों लिया था.

जब विवरासत टैक्स पर फंसे पित्रोदा

इसके अलावा, पित्रोदा ने विरासत टैक्स पर भी एक विवादित टिप्पणी की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि अमेरिका में यदि किसी के पास 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति है, तो उसकी 45% संपत्ति सरकार ले लेती है और केवल 55% बच्चों को मिलती है. उन्होंने इसे एक दिलचस्प कानून बताया और कहा कि भारत में ऐसा कोई कानून नहीं है, जहां अमीर लोग अपनी संपत्ति का बड़ा हिस्सा सार्वजनिक भलाई के लिए छोड़ सकते हैं. पित्रोदा ने कहा कि कांग्रेस संपत्ति बांटने की बात करती है, लेकिन यह आम आदमी के हित में होता है, न कि केवल अमीरों के लिए. बीजेपी ने पित्रोदा के इस बयान को 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान मुद्दा बना लिया था.

नरेन्द्र मोदी पर व्यक्तिगत हमले

सैम पित्रोदा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी कुछ विवादित टिप्पणियां की थीं. उन्होंने प्रधानमंत्री के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा था कि मोदी एक “मीडिया हाइप” हैं. भाजपा ने इसे प्रधानमंत्री के खिलाफ साजिश और उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास माना.

भाजपा का पलटवार

सैम पित्रोदा के हर बयान पर भाजपा ने उन्हें निशाना बनाया है. बीजेपी ने कांग्रेस की मानसिकता पर हमला करते हुए कहा है कि पार्टी के नेता हमेशा चीन और पाकिस्तान के प्रति नरम रवैया अपनाते हैं. साथ ही, भाजपा ने पित्रोदा के बयान को कांग्रेस के चीन से संबंधों से जोड़ते हुए कहा कि पार्टी का इतिहास चीन के साथ संबंधों को बढ़ावा देने का रहा है.

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