आम आदमी का अंतरिक्ष में ऐतिहासिक कारनामा, 737 किलोमीटर की ऊंचाई पर पहला स्पेसवॉक

इस मिशन का उद्देश्य सिर्फ अंतरिक्ष की अनजान सीमाओं को पार करना नहीं था, बल्कि यह भी दिखाना था कि आम नागरिक भी अंतरिक्ष की ऊंचाइयों को छू सकते हैं. गिलिस और आइसैकमैन का स्पेसवॉक निजी अंतरिक्ष यात्रा की दुनिया में एक नया मील का पत्थर साबित हुआ है.
स्पेसवॉक करते आम आदमी

स्पेसवॉक करते आम आदमी की शानदार तस्वीर

SpaceX Polaris Dawn Mission: अंतरिक्ष यात्रा का रोमांच हर दिन नया मोड़ लेता जा रहा है. हाल ही में SpaceX के पोलैरिस डॉन मिशन ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है. 50 साल पहले अपोलो मिशन के दौरान किए गए ऐतिहासिक कार्य के बाद अब पहली बार पृथ्वी से 737 किलोमीटर ऊपर आम नागरिकों ने स्पेसवॉक किया है. इस उपलब्धि ने न केवल अंतरिक्ष यात्रा के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ा है, बल्कि यह मानवता के लिए एक नई उम्मीद की किरण भी साबित हुआ है.

स्पेसवॉक का ऐतिहासिक पल

इस मिशन के कमांडर जारेड आइसैकमैन हैं. उन्होंने ही नए एडवांस प्रेशराइज्ड सूट में स्पेसवॉक कर इस ऐतिहासिक पल को साकार किया. आइसैकमैन ने अंतरिक्ष में एक नई दिशा स्थापित की है. उनके साथ मिशन में शामिल थे पायलट स्कॉट ‘किड’ पोटीट, पूर्व अमेरिकी वायुसेना के लेफ्टिनेंट कर्नल, मिशन स्पेशलिस्ट सारा गिलिस और अन्ना मेनन, जो स्पेसएक्स की तकनीकी टीम का हिस्सा हैं.

इस मिशन का उद्देश्य सिर्फ अंतरिक्ष की अनजान सीमाओं को पार करना नहीं था, बल्कि यह भी दिखाना था कि आम नागरिक भी अंतरिक्ष की ऊंचाइयों को छू सकते हैं. गिलिस और आइसैकमैन का स्पेसवॉक निजी अंतरिक्ष यात्रा की दुनिया में एक नया मील का पत्थर साबित हुआ है.

लॉन्चिंग की चुनौतियां

पोलैरिस डॉन मिशन की लॉन्चिंग में कई चुनौतियां आईं. मिशन की शुरुआत 26 अगस्त को निर्धारित की गई थी, लेकिन प्री-फ्लाइट चेकअप में गड़बड़ के कारण इसे टालना पड़ा. इसके बाद, 27 अगस्त को हीलियम लीक के चलते लॉन्चिंग को फिर से स्थगित किया गया. मौसम की खराब स्थिति ने भी 28 अगस्त को निर्धारित लॉन्चिंग को प्रभावित किया. अंततः 10 सितंबर 2024 को फ्लोरिडा के केप केनवरल से फाल्कन-9 रॉकेट की मदद से पोलैरिस डॉन मिशन सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया.

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मिशन की उपलब्धियां

पोलैरिस डॉन मिशन ने न केवल 737 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्पेसवॉक का रिकॉर्ड बनाया, बल्कि यह 1400 किलोमीटर की ऊंचाई तक भी गया. यह अब तक का सबसे ऊंचा क्रू मिशन साबित हुआ है. आइसैकमैन और उनके टीम के सदस्यों ने यह साबित कर दिया कि मानवता की खोज की सीमाएं नहीं हैं. इस मिशन ने दिखाया है कि अंतरिक्ष यात्रा अब केवल पेशेवर अंतरिक्ष यात्रियों का डोमेन नहीं रही, बल्कि अब आम लोग भी इस रोमांचक अनुभव का हिस्सा बन सकते हैं. पोलैरिस डॉन मिशन के इस ऐतिहासिक पल ने अंतरिक्ष यात्रा के भविष्य की दिशा को एक नई उड़ान दी है, और हम सभी को यह देखने के लिए प्रेरित किया है कि अगली मंजिल क्या होगी.

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