क्या सुनील पाल ने खुद ही रची थी किडनैपिंग की साजिश? पुलिस ने किया चौंकाने वाला खुलासा

इस पूरे घटनाक्रम की शुरुआत उस वक्त हुई जब सुनील पाल का अचानक गायब होने और फिर उनकी ओर से अपहरण की सूचना दी गई. खबरें आईं कि किडनैपर्स ने उन्हें 20 लाख रुपये की फिरौती के लिए पकड़ लिया था, और बाद में 7.5 लाख रुपये के बाद उन्हें छोड़ दिया था.
सुनील पाल

सुनील पाल

Sunil Pal kidnapping Case: भारत के मशहूर कॉमेडियन सुनील पाल चर्चा में हैं. कुछ दिनों पहले यह खबर सामने आई थी कि सुनील पाल का अपहरण हो गया था, और उन्हें किडनैपर्स ने 20 लाख रुपये की फिरौती की मांग की थी. इस खबर ने सुनील के प्रशंसकों और परिवार के लोगों को हिलाकर रख दिया था.

हालांकि, अब इस मामले में मेरठ पुलिस ने एक बड़ा खुलासा किया है, जो सभी को चौंका देने वाला है. पुलिस ने कहा है कि सुनील पाल का कोई अपहरण नहीं हुआ था. दरअसल, सुनील ने खुद अपनी किडनैपिंग की साजिश रची थी. यानी उन्होंने पूरी घटना को झूठा और नकली बनाने का प्लान तैयार किया था, जिसे वह अब बेनकाब हो चुका है.

क्या था पूरा मामला?

इस पूरे घटनाक्रम की शुरुआत उस वक्त हुई जब सुनील पाल का अचानक गायब होने और फिर उनकी ओर से अपहरण की सूचना दी गई. खबरें आईं कि किडनैपर्स ने उन्हें 20 लाख रुपये की फिरौती के लिए पकड़ लिया था, और बाद में 7.5 लाख रुपये के बाद उन्हें छोड़ दिया था. पुलिस को यह मामला यूपी के मेरठ से जुड़ा हुआ मिला. इस बीच, सुनील के परिवार और उनके शुभचिंतकों ने उनकी सलामती की दुआएं की थीं.

लेकिन अब पुलिस ने कहा है कि यह सारा घटनाक्रम एक धोखा था. सुनील पाल ने खुद अपनी किडनैपिंग का नाटक किया था. पुलिस को सुनील पाल से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिली, जिसमें उनके कॉल रिकॉर्ड्स और ऑडियो क्लिप्स शामिल थे. इन ऑडियो क्लिप्स में सुनील और एक व्यक्ति के बीच बातचीत हो रही थी, जिसमें यह साफ हो रहा था कि सुनील ने खुद यह साजिश रची थी.

ऑडियो क्लिप का खुलासा

इस ऑडियो क्लिप में सुनील और एक आरोपी किडनैपर के बीच बातचीत हो रही थी. बातचीत में सुनील कह रहे थे कि मीडिया और साइबर क्राइम वाले सब कुछ पकड़ चुके हैं, और उन्होंने पुलिस में कोई शिकायत नहीं की है. किडनैपर ने सुनील से कहा कि उन्होंने पहले अपनी पत्नी को इस साजिश में शामिल नहीं किया था. इस बातचीत से यह स्पष्ट हुआ कि सुनील पाल ने पूरी कहानी को झूठा गढ़ा था.

यह भी पढ़ें: राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस, जानिए क्या है उपराष्ट्रपति को हटाने की प्रक्रिया?

गहनों की खरीदारी और फिरौती के पैसे

जांच में और एक अहम खुलासा हुआ. मेरठ के दो सर्राफा व्यापारियों ने पुलिस को सूचित किया कि उनकी जानकारी के अनुसार, सुनील पाल के किडनैपर्स ने फिरौती के पैसे से गहने खरीदे थे. यह गहने लगभग 6 लाख रुपये के थे. पुलिस ने पाया कि किडनैपिंग की घटना दिल्ली से की गई थी, और फिरौती के पैसे का इस्तेमाल गहने खरीदने में किया गया था.

पुलिस की जांच

पुलिस ने इस मामले में और भी जानकारी जुटाई है और अब यह मामला पूरी तरह से एक धोखा साबित हो चुका है. सुनील पाल ने खुद अपनी किडनैपिंग का नाटक किया था ताकि कुछ पैसा इकट्ठा किया जा सके. उनके और किडनैपर्स के बीच बातचीत से यह साबित हो गया कि उन्होंने किसी को सच में किडनैप नहीं किया, बल्कि यह सारा मामला झूठा था.

पुलिस की कार्रवाई

पुलिस अब इस पूरे मामले में और जांच करने की तैयारी में है. यूपी पुलिस मुंबई पुलिस से भी संपर्क करने वाली है ताकि मामले के हर पहलू को समझा जा सके और सभी आरोपियों को पकड़ा जा सके. सुनील पाल और उनके साथियों की ओर से किए गए इस छल को अब पूरी दुनिया जानने वाली है.

ज़रूर पढ़ें