सहेली के प्यार में पागल लड़की, घरवालों के विरोध के बावजूद शादी के लिए अड़ीं… अमरोहा की अनोखी प्रेम कहानी
Amroha Love Story: उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले से एक ऐसी खबर सामने आई है, जो समलैंगिक रिश्तों और प्यार की स्वीकृति पर सवाल उठाती है. यह घटना दो लड़कियों के रिश्ते की कहानी है, जिन्होंने एक-दूसरे के साथ जीवन बिताने का फैसला किया है, हालांकि उनके परिवार वाले और समाज उन्हें इस फैसले से रोकने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. इस मामले ने समलैंगिक विवाह के मुद्दे को फिर से चर्चा में ला दिया है.
कैसे शुरू हुआ प्यार?
यह कहानी दो लड़कियों के बीच दोस्ती से शुरू होती है, जो बाद में प्यार में बदल जाती है. दोनों लड़कियों की पहली मुलाकात एक शादी समारोह में हुई थी. यह समारोह कुछ चार महीने पहले हुआ था. वहां पर दोनों की दोस्ती हुई, और फिर धीरे-धीरे फोन पर उनकी बातचीत का सिलसिला बढ़ता गया. एक लड़की धनौरा (अमरोहा से करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित एक गांव) की रहने वाली थी, जबकि दूसरी लड़की अमरोहा की रहने वाली थी. समय के साथ दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगीं और दोनों ने यह महसूस किया कि वे एक-दूसरे के बिना जी नहीं सकतीं.
बिना परिवार को बताए दिल्ली चली गईं
एक दिन दोनों लड़कियां अपने घरवालों से बिना बताए दिल्ली चली गईं और वहां रहना शुरू कर दिया. दिल्ली में दोनों के बीच की नजदीकी और बढ़ी. हालांकि, घरवालों को जब उनकी गैरमौजूदगी का पता चला, तो उन्होंने उन्हें ढूंढने के लिए सख्त कदम उठाए. परिवारवालों को यह समझ में नहीं आ रहा था कि उनकी बेटियां अचानक घर छोड़कर क्यों चली गईं. इस पर वे दोनों की तलाश में जुट गए.
घर लौटने से किया इनकार
लंबे समय तक घरवालों के प्रयासों के बावजूद, दोनों लड़कियां दिल्ली में ही रहीं. आखिरकार, परिवारवालों ने उन्हें वापस लाने के लिए अमरोहा और धनौरा से पुलिस और अन्य माध्यमों का सहारा लिया. दोनों लड़कियों को उनके घर वापस लाया गया, लेकिन जब परिवारवालों ने उन्हें घर लौटने के लिए कहा, तो धनौरा वाली लड़की ने साफ तौर पर घर लौटने से इनकार कर दिया और कहा कि वह अब अमरोहा वाली लड़की के पास ही रहेगी.
यहां से कहानी एक नई दिशा में मुड़ती है. दोनों लड़कियों ने एक साथ रहने और शादी करने का फैसला किया. उनका कहना था कि वे एक-दूसरे के बिना जी नहीं सकतीं और समाज की परवाह किए बिना अपने रिश्ते को सार्वजनिक रूप से स्वीकार करने के लिए तैयार हैं.
शादी के लिए अड़ीं
अब दोनों लड़कियां शादी करने के लिए अड़ी हुई हैं, जबकि उनके परिवार वाले इस फैसले के खिलाफ हैं. उनका मानना है कि यह रिश्ता समाज के नियमों और परंपराओं के खिलाफ है. परिवार वाले उनकी समझाइश की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन दोनों लड़कियों ने साफ कह दिया कि वे एक-दूसरे के साथ रहने और शादी करने के फैसले पर अड़ी हुई हैं.
समलैंगिक विवाह: समाज में बदलती सोच
हाल के वर्षों में भारत में समलैंगिक रिश्तों को लेकर सोच में बदलाव आया है. 2018 में भारतीय सुप्रीम कोर्ट ने समलैंगिक रिश्तों को अपराध मानने वाली धारा 377 को खत्म कर दिया था, जिसके बाद समलैंगिक समुदाय के लोग अब अपनी पहचान और प्यार को खुले तौर पर स्वीकारने का साहस जुटा रहे हैं. हालांकि, भारतीय समाज में अभी भी समलैंगिक विवाह को लेकर पूरी तरह से स्वीकृति नहीं मिली है, और कई परिवारों के लिए यह एक संवेदनशील मुद्दा है.
राजस्थान का मामला
यह पहला मामला नहीं है जब दो लड़कियों ने शादी करने का फैसला किया हो. इससे पहले राजस्थान के झालावाड़ जिले के भवानी मंडी नगर में भी दो लड़कियों ने शादी की थी. इस मामले में एक लड़की सोनम ने दूल्हे का रूप धारण किया और दूसरी लड़की रीना ने दुल्हन का रूप लिया. दोनों लड़कियां चार साल से दोस्त थीं, और बाद में उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई. यह मामला भी मीडिया में काफी चर्चा में रहा था.
क्या भविष्य में समलैंगिक विवाह को मिल सकेगी स्वीकृति?
अमरोहा की इस घटना से यह सवाल उठता है कि क्या भविष्य में समलैंगिक विवाह को समाज में पूरी तरह से स्वीकार्यता मिल सकेगी? हालांकि कुछ लोग इस रिश्ते को गैरकानूनी और अनैतिक मानते हैं, लेकिन यह निश्चित रूप से एक संकेत है कि समाज में धीरे-धीरे बदलाव आ रहा है. प्यार और रिश्ते अब सिर्फ लिंग या सेक्स के आधार पर नहीं देखे जा रहे हैं, बल्कि व्यक्तित्व और भावनाओं के आधार पर भी.