मोटरसाइकिल खरीदने की थी ख्वाहिश, कलयुगी मां-बाप ने 9 दिन के बेटे को 60 हजार में बेच डाला!

पुलिस और बाल कल्याण समिति (CWC) की एक संयुक्त टीम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की और शनिवार को बच्चे को बचा लिया. हालांकि, बच्चे को लेने वाले दंपति ने आरोपों का खंडन किया और कहा कि उन्होंने किसी भी प्रकार का भुगतान नहीं किया.
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प्रतीकात्मक तस्वीर

Odisha Baby Selling Case: ओडिशा के बालासोर जिले के बस्ता इलाके से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक दंपति पर अपने 9 दिन के बेटे को मयूरभंज जिले के सैनकुला गांव के एक निःसंतान दंपति को 60,000 रुपये में बेचने का आरोप है. इस मामले ने लोगों को हैरान कर दिया है, क्योंकि आरोप है कि यह पैसा मोटरसाइकिल खरीदने के लिए इस्तेमाल किया गया था. हालांकि, बच्चे के माता-पिता ने इन आरोपों से इंकार किया है और उनका कहना है कि उन्होंने बच्चे को किसी को बेचा नहीं, बल्कि उसे “दान” किया है, क्योंकि वे गरीबी के कारण उसका पालन-पोषण करने में सक्षम नहीं थे.

पुलिस और CWC की टीम ने बच्चे को बचाया

पुलिस और बाल कल्याण समिति (CWC) की एक संयुक्त टीम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की और शनिवार को बच्चे को बचा लिया. हालांकि, बच्चे को लेने वाले दंपति ने आरोपों का खंडन किया और कहा कि उन्होंने किसी भी प्रकार का भुगतान नहीं किया. उन्होंने दावा किया कि उन्हें यह बच्चा बिना किसी पैसे के दिया गया था. दूसरी ओर, बच्चे के माता-पिता ने भी इस बात को नकारा कि उन्होंने किसी से पैसे लिए थे.

बच्चे की मां शांति पात्रा ने कहा कि उन्होंने अपने बेटे को बेचा नहीं, बल्कि दान किया. उनका कहना था, “मैं गरीबी के कारण अपने बच्चे का पालन-पोषण करने की स्थिति में नहीं थी, इसलिए मैंने उसे एक निःसंतान दंपति को दान कर दिया.”

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मामले की जांच में जुटी पुलिस

हालांकि, स्थानीय अधिकारियों ने इस पूरे मामले की गंभीरता को समझते हुए दोनों परिवारों को बुलाकर जांच शुरू कर दी है. अधिकारियों का कहना है कि वे इस मामले में सच्चाई का पता लगाने के लिए पूरी तत्परता से काम कर रहे हैं और साथ ही बच्चे के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे.

ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि गरीबी और संघर्ष की स्थितियों में लोगों को किस हद तक ऐसे निर्णय लेने के लिए मजबूर किया जा सकता है. अब यह देखना होगा कि इस मामले में जांच के बाद कौन सी सच्चाई सामने आती है और संबंधित दंपति के खिलाफ क्या कानूनी कदम उठाए जाते हैं.

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