चीन को छोड़ दुनिया भर में ट्रंप ने टैरिफ पर लगाया 90 दिन का ब्रेक, ड्रैगन को दिया 125% का झटका

US Tariff: 7 दिन के अंदर ही ट्रंप को अपना फैसला वापस लेना पड़ा है. जिसके बाद बुधवार, 9 अप्रैल को राष्ट्रपति ट्रंप ने 75 से ज्यादा देशों पर जैसे को तैसा यानी कि रेसिप्रोकल टैरिफ पर 90 दिनों के लिए रोक लगा दिया है.
Donald Trump

डोनाल्ड ट्रंप

US Tariff: हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया भर पर टैरिफ का बम फेंका था. जिसके बाद से दुनिया भर में इस टैरिफ को लेकर हाहाकार मच गया था. हालांकि इस टैरिफ का सबसे बुरा असर खुद अमेरिका पर पड़ रहा था. जिसके बाद 7 दिन के अंदर ही ट्रंप को अपना फैसला वापस लेना पड़ा है. जिसके बाद बुधवार, 9 अप्रैल को राष्ट्रपति ट्रंप ने 75 से ज्यादा देशों पर जैसे को तैसा यानी कि रेसिप्रोकल टैरिफ पर 90 दिनों के लिए रोक लगा दिया है.

ड्रैगन को लगाया 125% टैरिफ का बम

ट्रंप के ऐलान के साथ ही ये लागू भी कर दिया गया है. मगर इस राहत से ट्रंप ने चीन को कोसो दूर कर दिया है. ट्रंप ने चीन को इस छूट में शामिल ना करते हुए उसपर लगे टैरिफ को 104% से बढ़ाकर 125% कर दिया है. ट्रंप ने यह कार्रवाई चीन की तरफ से लगाए गए जवाबी 84% टैरिफ के बाद की है.

ट्रंप ने कहा, ‘चीन ने जिस तरह से विश्व बाजारों का सम्मान नहीं किया है, उसे देखते हुए, मैं अमेरिका द्वारा चीन पर लगाए जा रहे टैरिफ को तत्काल प्रभाव से 125% कर रहा हूं. उम्मीद है कि जल्द ही चीन समझेगा कि अमेरिका और अन्य देशों का शोषण अब न तो स्वीकार्य है और न ही टिकाऊ.’

ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा कि चीन ने ग्लोबल मार्केट के लिए सम्मान नहीं दिखाया है. इसी वजह से मैं उस टैरिफ बढ़ाकर 125% कर रहा हूं. उम्मीद है कि चीन जल्द यह समझेगा कि अमेरिका और दूसरे देशों को लूटने के दिन चले गए हैं.

टैरिफ पर लगा 90 दिन का पॉज

ट्रंप ने कहा कि 75 से ज्यादा देशों ने अमेरिका के प्रतिनिधियों को बुलाया है. इन देशों ने मेरे मजबूत सुझाव पर अमेरिका के खिलाफ किसी भी तरह से जवाबी कार्रवाई नहीं की है. इसलिए मैंने 90 दिन के विराम (पॉज) को स्वीकार किया है. टैरिफ पर इस रोक से नए व्यापार समझौतों पर बातचीत करने का समय मिलेगा.

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वहीं, वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट ने कहा कि अमेरिका के साथ बातचीत करने के इच्छुक देशों के लिए यह दर घटकर 10% हो जाएगी. उन्होंने कहा कि कनाडा और मेक्सिको के कुछ सामानों पर 25% टैरिफ लगता था. अब उन्हें भी बेसलाइन टैरिफ में शामिल कर लिया गया है.

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