“भगवान ने पहले पुरुषों को बनाया होगा, पहली बार में गलती…”, जब Dimple Yadav के बयान पर जमकर लगे ठहाके, मुस्कुराए बिना रह नहीं पाए अखिलेश!

डिंपल यादव ने महिलाओं की क्षमता की सराहना करते हुए कहा, "भगवान ने महिलाओं को जो ताकत दी है, वह अद्भुत है. महिलाएं न केवल परिवार संभालती हैं, बल्कि जब प्रोफेशनल जीवन में कदम रखती हैं तो परिवार के साथ अपने सपनों को भी पूरा करती हैं."
अखिलेश यादव और डिंपल यादव

अखिलेश यादव और डिंपल यादव

UP News: लखनऊ में समाजवादी पार्टी की महिला सम्मान समारोह में डिंपल यादव (Dimple Yadav) ने एक दिलचस्प और रोचक बयान दिया, जिसके बाद सभा में मौजूद सभी लोग ठहाके लगाने पर मजबूर हो गए. डिंपल ने कहा, “भगवान ने पहले पुरुषों को ही बनाया होगा, क्योंकि पहली बार में गलती हो जाती है. फिर दूसरी बार महिलाओं को बनाया गया होगा.”

यह बयान सुनते ही पूरे सभागार में जोरदार हंसी गूंज उठी. इस दौरान डिंपल यादव ने महिला अधिकारों और संघर्ष की गहरी बाते कहीं. उन्होंने महिलाओं के मुकाबले पुरुषों की स्थिति को लेकर भी बयान दिया.

महिलाओं के पासजो अदभूत ताकत है.

डिंपल यादव ने महिलाओं की क्षमता की सराहना करते हुए कहा, “भगवान ने महिलाओं को जो ताकत दी है, वह अद्भुत है. महिलाएं न केवल परिवार संभालती हैं, बल्कि जब प्रोफेशनल जीवन में कदम रखती हैं तो परिवार के साथ अपने सपनों को भी पूरा करती हैं.”

डिंपल यादव ने आगे कहा कि समाज में अभी भी जेंडर के आधार पर भेदभाव है, जहां पुरुषों के सपनों की अहमियत ज्यादा मानी जाती है, लेकिन महिलाओं को अपनी आवाज़ उठानी होगी. शिक्षा, स्वास्थ्य, राजनीति और सामाजिक क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका को मजबूत बनाने की आवश्यकता है. डिंपल का मानना है कि जब महिलाएं आगे बढ़ेंगी, तभी समाज और देश की प्रगति संभव है.

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अखिलेश यादव का संदेश

इस समारोह में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भी महिलाओं के सम्मान और अधिकारों पर अपने विचार रखे. उन्होंने कहा, “महिलाओं के बिना समाज की प्रगति अधूरी है. हमें हर क्षेत्र में महिलाओं को समान अवसर और सुरक्षा देनी होगी. समाजवादी पार्टी हमेशा देश की आधी आबादी के साथ खड़ी है.”

अखिलेश ने यह भी कहा कि डिंपल ने जो सवाल उठाया है, वह समाज में एक बहस की शुरुआत कर सकता है. वह मजाक करते हुए बोले, “यहां हर चीज पर बहस शुरू हो जाती है, जैसे टीवी में लोग 400-500 साल पहले के इतिहास पर चर्चा करते हैं.”

अखिलेश यादव ने बताया कि पहले भारतीय समाज में महिलाओं को वोट देने का अधिकार नहीं था, और न ही उन्हें शिक्षा प्राप्त करने का पूरा अधिकार था. लेकिन समय के साथ महिलाओं ने अपनी स्थिति में सुधार किया, और अब वे हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं.

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