Waqf Bill: संसद में पास होते ही वक्फ संशोधन विधेयक को SC में चुनौती, कांग्रेस सांसद और ओवैसी ने दाखिल की याचिका
वक्फ संशोधन बिल को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती.
Waqf Bill In Supreme Court: संसद के दोनों सदनों में पास होते ही वक्फ बिल विधेयक को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है. पहली अर्जी बिहार से कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद ने दाखिल की है. वहीं AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दी है. इसके पहले गुरुवार को राज्यसभा में बिल पास होने के बाद कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा था कि हम वक्फ बिल विधेयक के विरोध में सुप्रीम कोर्ट जाएंगे. वहीं कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने विधेयक को असंवैधानिक बताया. उन्होंने कहा कि हम वही करेंगे जो संवैधानिक है.
कांग्रेस सांसद बोले- मुस्लिम समुदाय के प्रति भेदभावपूर्ण व्यवहार
मोहम्मद जावेद बिहार के किशनगंज से कांग्रेस सांसद हैं. उन्होंने संशोधन अधिनियम को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. उन्होंने कहा, ‘यह मुस्लिम समुदाय के प्रति भेदभावपूर्ण है और उनके मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है. जबकि हिंदू धार्मिक न्यास विभिन्न राज्य अधिनियमों के तहत विशेष रूप से हिंदुओं द्वारा प्रबंधित किए जाते हैं.’
जिसकी लाठी, उसकी भैंस: मल्लिकार्जुन खड़गे
वक्फ बोर्ड सोशंधन विधेयक दोनों सदनों में पास होने को लेकर मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि ये तो ‘जिसकी लाठी उसकी भैंस’ जैसा है. एक्स पर उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, Waqf Board Amendment Bill के बारे में देश में ऐसा माहौल बना है कि Minorities को तंग करने के लिए ये बिल लाया गया है. लोकसभा में देर रात ये बिल पास हुआ तो इसके पक्ष 288 और विपक्ष में 232 वोट पड़े. ऐसा क्यों हुआ? इसका मतलब बिल में बहुत खामियां हैं.
वक्फ संशोधन विधेयक पर 10 घंटे से ज्यादा चर्चा हुई
वक्फ संशोधन विधेयक पर लोकसभा और राज्यसभा में 10 घंटे से अधिक चर्चा हुई. इस दौरान जहां, सरकार इस संशोधन विधेयक को लाने के पीछे वजह बता रही थी, वहीं विपक्ष लगातार भाजपा पर हमलावर रहा कि जिस पार्टी में एक भी मुस्लिम सांसद नहीं है वह मुसलमानों का भला क्या करेगी. इसको लेकर राज्यसभा में भी जबरदस्त बयानबाजी हुई. जबकि, सरकार का कहना था कि वक्फ की संपत्तियों के नाम पर कई जगह अवैध कब्जे हुए हैं. भाजपा ने कहा कि वक्फ बिल में संशोधन के जरिये मुसलमानों को उनको जायज हक दिलाया जाएगा. राज्यसभा में इस बिल पर चर्चा के दौरान भाजपा के एकमात्र मुस्लिम सांसद गुलाब अली खटाना ने विपक्षी दलों खासकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा.
सत्तर सालों में आपने क्या किया- गुलाम अली
विपक्ष ने सवाल उठाया था कि भाजपा मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट नहीं देती है और उनकी पार्टी में एक भी मुस्लिम सांसद नहीं है. इस पर पलटवार करते हुए गुलाम अली ने कहा, “सत्तर साल आप सत्ता में रहे, आपने राज्यवार कितने चपरासी मुसलमान बना दिए, कितनों को कैडर बना दिया, कितने मुसलमानों को आईएएस बना दिया. अब मुसलमान आपके चंगुल में नहीं रहेगा.” गुलाम अली ने कहा कि वक्फ में जो लूट हुई है, उसका हिसाब होगा और हम उसका हिसाब लेंगे.