Watch:​​ हाथी से आशीर्वाद, विद्वानों से सुनी ‘कंब रामायण’… तिरुचिरापल्ली में पीएम मोदी ने की पूजा-अर्चना

मंदिर में एक विद्वान ने 'कंबा रामायणम' के छंदों का पाठ किया. 12वीं शताब्दी की शुरुआत में प्रसिद्ध तमिल कवि कंबर द्वारा लिखे गए रामायण महाकाव्य के सबसे पुराने संस्करणों में से एक है.
पीएम मोदी

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Watch:​​ पीएम मोदी ने शनिवार को त्रिची के श्री रंगनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की. इस दौरान पीएम ने प्रसिद्ध तमिल कवि कंबर के 12वीं सदी के महाकाव्य ‘कंब रामायण’ के छंद भी सुने. पारंपरिक वेष्टि और अंगवस्त्रम पहने पीएम मोदी तिरुचिरापल्ली पहुंचे और प्रसिद्ध मंदिर के दर्शन किए और पूजा-अर्चना की. पीएम मोदी ने ‘अंडाल’ नाम के हाथी के साथ एक वीडियो भी साझा किया. पीएम ने ‘अंडाल’ को खाना खिलाया, जिसने बदले में अपना सूंड धीरे से मोदी के सिर पर रखकर उन्हें आशीर्वाद दिया.

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महाकाव्य के सबसे पुराने संस्करणों में से एक है ‘कंबा रामायणम’

मंदिर में एक विद्वान ने ‘कंब रामायण’ के छंदों का पाठ किया. 12वीं शताब्दी की शुरुआत में प्रसिद्ध तमिल कवि कंबर द्वारा लिखे गए रामायण महाकाव्य के सबसे पुराने संस्करणों में से एक है. किंवदंतियों के अनुसार, कंबर ने सबसे पहले अपनी रामायण श्री रंगनाथस्वामी मंदिर में प्रस्तुत की थी और लोगों का दिल जीत लिया था.कंबर द्वारा रामायण प्रस्तुत करने की स्मृति में, मंदिर में ‘कंबा रामायण मंतपम’ के नाम से जाना जाने वाला एक मंडप स्थापित किया गया था.

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भगवान विष्णु का एक रूप है श्री रंगनाथस्वामी

विद्वानों के मुताबिक, श्रीरंगम में श्री रंगनाथस्वामी की मूर्ति भगवान विष्णु का एक रूप है जिसकी मूल रूप से पूजा भगवान राम और उनके पूर्वजों ने की थी. विभीषण ने जब भगवान श्रीराम से बहुमूल्य उपहार मांगा तो भगवान ने उन्हें यह मूर्ति भेंट की और इसकी पूजा करने को कहा था. कहा जा रहा है कि पीएम मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए श्री राम के आराध्य रंगनाथस्वामी से आशीर्वाद मांगा है.

 

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