वायनाड में प्रियंका गांधी के सामने नव्या हरिदास, कांग्रेस के किले को धव्स्त करने के लिए BJP का ‘फुलप्रूफ प्लान’ तैयार!

वायनाड उपचुनाव इस बार बेहद अहम है. प्रियंका गांधी कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण चेहरा हैं, जबकि नव्या हरिदास बीजेपी के लिए युवा मतदाताओं को आकर्षित करने की कोशिश में हैं. यह चुनाव 13 नवंबर को होगा, जबकि परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.
प्रियंका गांधी और नव्या हरिदास

प्रियंका गांधी और नव्या हरिदास

Wayanad By-Election: वायनाड लोकसभा उपचुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस की प्रियंका गांधी वाड्रा के खिलाफ नव्या हरिदास को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. इस चुनाव को लेकर अब तक की स्थिति के मद्देनजर नव्या हरिदास की उम्मीदवारी ने चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है.

राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद वायनाड सीट खाली हुई थी. कांग्रेस ने इस सीट पर प्रियंका गांधी को चुनावी मैदान में उतारने का निर्णय लिया है. जब राहुल गांधी ने वायनाड छोड़ा था तो उन्होंने कहा था कि मेरे परिवार के किसी सदस्य के पास ही यह सीट रहेगी. राहुल गांधी तो रायबरेली आ गए हैं, लेकिन वायनाड की जिम्मेदारी अब प्रियंका गांधी के कंधों पर है. हालांकि, इस बार बीजेपी ने नव्या हरिदास को महिला उम्मीदवार के रूप में पेश कर इस मुकाबले को और भी दिलचस्प बना दिया है.

कौन हैं नव्या हरिदास?

पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर नव्या हरिदास केरल बीजेपी की एक मजबूत नेत्री हैं. इससे पहले वो दो बार कोझीकोड निगम की पार्षद रह चुकी हैं. उन्होंने 2007 में केएमसीटी इंजीनियरिंग कॉलेज, कालीकट विश्वविद्यालय से बीटेक की डिग्री प्राप्त की. उनकी छवि साफ-सुथरी है, और उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला नहीं है. नव्या के पास 1,29,56,264 रुपये की संपत्ति है. वर्तमान में वह बीजेपी महिला मोर्चा की प्रदेश महासचिव हैं और अपने फेसबुक पेज पर खुद को बीजेपी संसदीय दल की नेत्री बताती हैं.

क्यों खास है वायनाड उपचुनाव?

वायनाड उपचुनाव इस बार बेहद अहम है. प्रियंका गांधी कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण चेहरा हैं, जबकि नव्या हरिदास बीजेपी के लिए युवा मतदाताओं को आकर्षित करने की कोशिश में हैं. यह चुनाव 13 नवंबर को होगा, जबकि परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. बीजेपी नव्या को नई और मजबूत महिला नेता के तौर पर पेश कर रही है, जो युवाओं और महिलाओं के मुद्दों पर चुनाव लड़ रही हैं.

यह भी पढ़ें: आज बनारस में PM Modi देंगे 6,611 करोड़ की सौगात, यूपी के 7 शहरों और 4 राज्यों को दिवाली का तोहफा

युवा वोटरों पर बीजेपी की नजर

बीजेपी की इस रणनीति का मुख्य उद्देश्य युवा मतदाताओं को अपने पक्ष में लाना है. वहीं, प्रियंका गांधी का नाम भी कांग्रेस के लिए एक मजबूत उम्मीदवार के तौर पर उभरा है. इस चुनावी मुकाबले में दोनों दलों के बीच की टक्कर काफी दिलचस्प होगी, और इस बात का इंतजार है कि किस पार्टी को इस महत्वपूर्ण सीट पर जीत हासिल होती है. इस तरह, वायनाड उपचुनाव न केवल स्थानीय राजनीति के लिए बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

 

ज़रूर पढ़ें