क्या है ‘नबन्ना अभियान’, BJP ने क्यों बुलाया 12 घंटे का बंगाल बंद? जानें इसके पीछे की रणनीति
Kolkata Rape Murder Case: मंगलवार दोपहर को सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने कोलकाता की सड़कों पर उतरकर शहर भर में दो अलग-अलग स्थानों से ‘नबन्ना अभियान’ की शुरुआत की. प्रदर्शनकारी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग को लेकर एकजुट थे, साथ ही सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ क्रूर बलात्कार और हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री पर उंगली उठाई और राज्य में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सरकार की विफलता के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया.
जैसे-जैसे विरोध ने गति पकड़ी, महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दों से निपटने के राज्य के तरीके पर सवाल उठने लगे. प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगें पूरी होने तक अपना आंदोलन जारी रखने की कसम खाई, जिससे संकेत मिलता है कि घटना को लेकर आक्रोश अभी खत्म नहीं हुआ है. छात्र मंच ‘छात्रसमाज’ और राज्य सरकार के कर्मचारियों के ‘संग्रामी जौथा मंच’ द्वारा आयोजित रैली दो स्थानों – उत्तरी कोलकाता में कॉलेज स्क्वायर और हावड़ा में संतरागाछी से शुरू हुई. आइये सबसे पहले नबन्ना अभियान के बारे में जान लेते हैं.
क्या है ‘नबन्ना अभियान’?
पश्चिम बंगाल में जिस ‘नबन्ना’ तक मार्च किया गया है वह एक प्रशासनिक भवन है. नीली और सफेद रंग की बहुमंजिला इमारत हावड़ा जिले के हावड़ा शहर में एक इमारत है. ममता बनर्जी ने अक्तूबर 2013 में हुगली नदी के पश्चिमी तट पर स्थित 14 मंजिला हुगली रिवर ब्रिज कमिश्नरेट भवन का नाम नबन्ना रखा था. इसी भवन में पश्चिम बंगाल सरकार का अस्थायी राज्य सचिवालय है. इसका उद्घाटन अक्टूबर 2013 में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किया था. बांग्ला भाषा के शब्द ‘नबन्ना’ का मतलब धान की नई फसल होता है. आयोजकों ने योजना बनाई थी कि मार्च से कुछ घंटे पहले आंदोलनकारी मुख्य रूप से दो रास्तों से नबन्ना की ओर बढ़ना शुरू कर देंगे. तय किया गया कि एक जुलूस कॉलेज स्क्वायर से ईडन गार्डन, हेस्टिंग्स होते हुए नबन्ना तक जाएगा. दूसरा जुलूस हावड़ा के संतरागाछी से कोना एक्सप्रेसवे होते हुए नबन्ना तक जाएगा. ये सभी इलाके हावड़ा और कोलकाता में ही स्थित हैं.
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बंगाल बंद क्यों बुलाया गया है?
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी ने प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मुद्दे पर बुधवार (28 अगस्त) को पश्चिम बंगाल में 12 घंटे के बंद की घोषणा की है. बंद का आह्वान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग और राज्य सचिवालय तक मार्च करने वाले प्रदर्शनकारियों पर पुलिस कार्रवाई के विरोध में किया गया है. बंगाल भाजपा के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने लोगों से 28 अगस्त को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक होने वाली आम हड़ताल में भाग लेने का आग्रह किया. अपनी घोषणा में मजूमदार ने हाल की घटना की कड़ी निंदा की और इसे सार्वजनिक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताया. उन्होंने राज्य के अधिकारियों से त्वरित और निर्णायक कार्रवाई की मांग की.
कोलकाता डॉक्टर बलात्कार-हत्या मामला
गौरतलब है कि 9 अगस्त को अस्पताल में ड्यूटी के दौरान एक पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. बाद में 32 वर्षीय महिला का अर्ध-नग्न शव कोलकाता के सरकारी अस्पताल के सेमिनार हॉल में पाया गया. अगले दिन अपराध के सिलसिले में एक आरोपी गिरफ्तार किया गया. इसके बाद, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने मामले की जांच कोलकाता पुलिस से केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंपने का आदेश दिया.