कौन हैं गौरव वल्लभ, जिन्होंने कांग्रेस से दिया इस्तीफा, 5 ट्रिलियन में कितने जीरो… को लेकर हुए थे चर्चित

Gaurav Vallabh: गौरव वल्लभ बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा से एक टीवी डिबेट के बाद पूरे देश में चर्चा आए. जिसके बाद कांग्रेस ने उन्हें झारखंड विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी के तौर पर उतारा था.
Gaurav Vallabh

गौरव वल्लभ (पूर्व कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता)

Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने आज गुरुवार को पार्टी से अपना इस्तीफा दे दिया. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट करते हुए उन्होंने इसकी जानकारी दी. अपने इस्तीफे से जुड़े पोस्ट में पार्टी के पूर्व प्रवक्ता ने कांग्रेस को दिशाहीन बताया और पार्टी के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का ऐलान किया. उन्होंने अपने पोस्ट के साथ एक चिट्ठी भी शेयर की.

गौरव वल्लभ ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, “कांग्रेस पार्टी आज जिस प्रकार से दिशाहीन होकर आगे बढ़ रही है, उसमें मैं ख़ुद को सहज महसूस नहीं कर पा रहा. मैं ना तो सनातन विरोधी नारे लगा सकता हूं और ना ही सुबह-शाम देश के वेल्थ क्रिएटर्स को गाली दे सकता हूं. इसलिए मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों व प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे रहा हूं.” लोकसभा चुनाव के बीच गौरव वल्लभ का इस्तीफा काफी सुर्खियों में है और लोग उनके बारे में जानने की कोशिश कर रहे हैं.

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जोधपुर के रहने वाले हैं गौरव वल्लभ

साल 1977 में जन्मे गौरव मूल रूप से राजस्थान के जोधपुर जिले के पीपाड़ गांव के रहने वाले हैं. उन्होंने बांगड़ कॉलेज से अपनी पढ़ाई की है. गौरव की प्रतिभा कॉलेज के दौरान ही दिखने लगी. कॉलेज की शिक्षा में वो गोल्ड मेडलिस्ट रहे. इसके अलावा वाद-विवाद जैसी प्रतियोगिताओं में भी गौरव को कोई पछाड़ नहीं पाता था. जमशेदपुर के एक्सएलआरआई कॉलेज में प्रोफेसर रह चुके गौरव की गजब की तर्कशक्ति और लोकप्रियता के चलते बिना राजनैतिक बैकग्राउंड के ही कांग्रेस पार्टी ने उन्हें प्रवक्ता जैसे महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी सौंपी.

कई संस्थानों के साथ कर चुके हैं काम 

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स में प्रोफेसर और हेड रूप में चयनित हुए गौरव वल्लभ नवंबर 2003 में जमशेदपुर के एक्सएलआरआई से जुड़े. इससे पहले वो नवंबर 2009 से दिसंबर 2020 तक द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के साथ निदेशक के रूप में भी काम कर चुके हैं. गौरव वल्लभ ने साल 2009 में प्रबंधन विकास संस्थान गुड़गांव में भी एक साल तक वरिष्ठ प्रोफेसर के रूप में भी काम किया. उन्होंने एनआईबीएम में शामिल होने से पहले मोदी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, लक्ष्मणगढ़ राजस्थान में अकाउंटिंग और फाइनेंस के क्षेत्र में लेक्चरर के रूप में काम किया. वो राजस्थान के मारवाड़ कॉलेज सोजत में भी व्याख्याता के रूप में वर्ष 2000 में एक शैक्षणिक काम कर चुके हैं.

दो बार लड़ चुके हैं विधानसभा चुनाव

गौरतलब है कि साल 2019 में हुए झारखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने गौरव वल्लभ को जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा से तत्कालीन मुख्यमंत्री और बीजेपी प्रत्याशी रघुवर दास के खिलाफ खड़ा किया था. हालांकि उस चुनाव में गौरव वल्लभ और रघुवर दास दोनों को हार का सामना करना पड़ा. इस चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर उतरे बीजेपी के बागी नेता सरयू राय को जीत मिली थी. इसके बाद 2023 में हुए राजस्थान विधानसभा चुनाव में भी गौरव वल्लभ को पार्टी ने उदयपुर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था. लेकिन यहां भी उन्हें बीजेपी प्रत्याशी ताराचंद जैन से हार गए.

संबित पात्रा के साथ टीवी डिबेट से चर्चा में आए

गौरव वल्लभ बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा से एक टीवी डिबेट के बाद पूरे देश में चर्चा आए. दरअसल एक हिन्दी चैनल पर बहस के दौरान संबित पात्रा पांच ट्रिलियन की भारतीय अर्थव्यवस्था की बात रहे थे. इस बहस में उनके सामने मौजूद गौरव वल्लभ ने उनसे पूछ लिया कि 5 ट्रिलियन में कितने शून्य होते हैं. संबित पात्रा ने इस पर गोलमोल जवाब देते हुए अंग्रेजी में कहा कि ये सवाल राहुल गांधी से पूछा जाना चाहिए.

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