नॉर्थ या साउथ…क्या नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति में चौंकाने जा रही है BJP? चर्चा में ये दो बड़े नाम

अगला बड़ा सवाल यह है कि बीजेपी का नया अध्यक्ष कब घोषित होगा? संसद का बजट सत्र 4 अप्रैल तक चल रहा है, इसलिए संभावना कम है कि उससे पहले अध्यक्ष पद की घोषणा हो पाएगी. इसके बाद, 18-20 अप्रैल के बीच बीजेपी की नेशनल एग्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक बेंगलुरु में होगी. इस बैठक से पहले ही नया अध्यक्ष घोषित होने की संभावना जताई जा रही है.
PM Modi and Amit shah

पीएम मोदी और अमित शाह

New BJP President: BJP अपने अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष की तलाश कर रही है. वर्तमान अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल 2023 में खत्म हो चुका था, लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर उनका कार्यकाल बढ़ा दिया गया. फिलहाल, वे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के तौर पर भी कार्य कर रहे हैं और पार्टी की अध्यक्षता का भी दायित्व संभाल रहे हैं. लेकिन अब ये सवाल उठ रहा है कि बीजेपी का अगला अध्यक्ष कौन होगा? बीजेपी किस समीकरण के साथ आगे बढ़ेगी? आइये विस्तार से जानते हैं.

अध्यक्ष पद की चुनावी प्रक्रिया

जेपी नड्डा के कार्यकाल में विस्तार के बाद अब यह तय किया जाना है कि अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा? इस बीच, भाजपा के प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव भी चल रहे हैं, जिसमें कुछ राज्य पहले ही नए अध्यक्ष चुन चुके हैं, जबकि कुछ राज्यों में चुनाव अभी बाकी हैं.

अगला बड़ा सवाल यह है कि बीजेपी का नया अध्यक्ष कब घोषित होगा? संसद का बजट सत्र 4 अप्रैल तक चल रहा है, इसलिए संभावना कम है कि उससे पहले अध्यक्ष पद की घोषणा हो पाएगी. इसके बाद, 18-20 अप्रैल के बीच बीजेपी की नेशनल एग्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक बेंगलुरु में होगी. इस बैठक से पहले ही नया अध्यक्ष घोषित होने की संभावना जताई जा रही है. इसका मतलब है कि बीजेपी के नए अध्यक्ष की घोषणा 4 से 17 अप्रैल के बीच हो सकती है.

दावेदारों की लंबी सूची

बीजेपी अध्यक्ष पद के लिए कई नेता अपने-अपने नाम का दावा पेश कर रहे हैं. इनमें से कुछ प्रमुख नामों में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, धर्मेंद्र प्रधान, और शिवराज सिंह चौहान शामिल हैं. लेकिन इसके अलावा, दो और नाम ऐसे हैं जो इस पद के लिए सबसे अधिक प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं, और ये हैं, भूपेंद्र यादव और निर्मला सीतारमण.

बीजेपी की पहली महिला अध्यक्ष?

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का नाम भाजपा के अगली अध्यक्ष पद के लिए सबसे ज्यादा चर्चा में है. वे 65 साल की हैं और 2019 से वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्वासपात्र के तौर पर उनकी पहचान है. खास बात ये है कि वे दक्षिण भारत से आती हैं, जहां भाजपा की उपस्थिति अभी तक मजबूत नहीं हो पाई है. उनका अध्यक्ष बनने से पार्टी को दक्षिण भारत में नई ताकत मिल सकती है.

वे महिला नेता हैं, और यह भाजपा के लिए एक ऐतिहासिक कदम हो सकता है, क्योंकि यह पार्टी की पहली महिला अध्यक्ष हो सकती हैं. उन्हें मोदी सरकार में रक्षा मंत्री और वित्त मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य करने का अनुभव है, जो उन्हें इस पद के लिए एक मजबूत उम्मीदवार बनाता है.

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भूपेंद्र यादव भी रेस में आगे

भूपेंद्र यादव का नाम भी इस पद के लिए जोर-शोर से चल रहा है. वह ओबीसी समाज से आते हैं, और जातीय समीकरण के लिहाज से भी उनका नाम मजबूत है. भूपेंद्र यादव का कार्यकाल संगठन में बहुत प्रभावशाली रहा है, और उन्होंने कई चुनावी राज्यों में पार्टी की जीत की जिम्मेदारी संभाली है. उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पार्टी को शानदार सफलता दिलाई, और इसके बाद उन्हें कई राज्यों में पार्टी को जीत दिलाने की जिम्मेदारी सौंपी गई.

भूपेंद्र यादव, नरेंद्र मोदी और अमित शाह के करीबी सहयोगी माने जाते हैं, और उनकी संगठनात्मक क्षमता को भी सराहा जाता है. वे बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव भी रहे हैं और कई महत्वपूर्ण राज्यों में पार्टी की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

अगर निर्मला सीतारमण को अध्यक्ष बनाया जाता है, तो यह पार्टी को महिला मतदाताओं और दक्षिण भारत में नई ऊर्जा दे सकता है. वहीं, अगर भूपेंद्र यादव को चुना जाता है, तो वह जातीय समीकरण और संगठनात्मक क्षमता के बल पर पार्टी को सफलता दिला सकते हैं. तो, अब इंतजार है कि बीजेपी का अगला अध्यक्ष कौन होगा? और उसकी घोषणा कब होगी? 4 से 17 अप्रैल के बीच इस सवाल का जवाब मिल सकता है.

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