‘अगर महिलाएं सुरक्षित नहीं तो उन्हें बुनियादी समानता से वंचित किया जा रहा’, कोलकाता रेप-मर्डर केस पर SC ने और क्या-क्या कहा?
Supreme Court on Kolkata Rape Case: कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर से हुए रेप और मर्डर मामले में मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की. इस दौरान सर्वोच्च न्यायालय ने पश्चिम बंगाल की ममता सरकार और राज्य की पुलिस व्यवस्था पर सख्त टिप्पणी की. सीजेआई की अध्यक्षता वाली पीठ ने सुनवाई के दौरान पूछा कि आखिर इस गंभीर घटना की रिपोर्ट दर्ज करने में इतनी देर क्यों हुई. वहीं अस्पताल परिसर में हुई तोड़फोड़ पर भी कोर्ट ने सवाल किया. पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर भी सख्त टिप्पणी की. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने और क्या-क्या कहा?
1- सुप्रीम कोर्ट ने कहा, हर बार बलात्कार और हत्या होने पर देश की अंतरात्मा नहीं जागनी चाहिए.
2- यह केवल भयावह घटना नहीं बल्कि पूरे भारत में डॉक्टरों की सुरक्षा की कमियों को उजागर करता है.
3- मुख्य न्यायाधिख ने कहा कि हम अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंतित हैं.
4- कोर्ट ने कहा, अगर महिलाएं काम पर नहीं जा सकतीं और सुरक्षित नहीं रह सकतीं तो हम उन्हें बुनियादी समानता से वंचित कर रहे हैं.
5- पीड़िता की पहचान उजागर होने पर चिंता जताते हुए कोर्ट ने कहा कि यह बेहद चिंताजनक है.
6- CJI ने कहा, प्रिंसिपल ने इसे आत्महत्या बताने की कोशिश की, माता-पिता को शव देखने की इजाजत नहीं!
7- CJI ने पश्चिम बंगाल सरकार और हॉस्पिटल प्रशासन को फटकार लगाई? कहा एफआइआर देर से क्यों दर्ज हुई? हॉस्पिटल प्रशासन आखिर क्या कर रहा था?
8- अस्पताल में हुई तोड़फोड़ पर सवाल उठाते हुए कोर्ट ने कहा कि पुलिस को घटनास्थल की सुरक्षा करनी चाहिए. आखिर 7 हजार लोग वहां दाखिल कैसे हुए?
9- कोर्ट ने कहा कि वह सिर्फ हत्यारा नहीं बल्कि एक विकृत व्यक्ति है. कोर्ट ने प्रदर्शनकारियों पर सख्ती को लेकर भी पश्चिम बंगाल सरकार को फटकार लगाई. कोर्ट ने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन को नहीं रोका जा सकता.
10- सु्प्रीम कोर्ट ने आरजी कर के पूर्व प्रिंसिपल की भूमिका पर भी सवाल उठाए. पूछा कि आखिर प्रिंसिपल क्या कर रहे थे. उन्हें इतनी देरी से पूछताछ के लिए क्यों बुलाया गया. उन्होंने ऐसी निष्क्रियता क्यों दिखाई.
डॉक्टरों के काम पर लौटने का कोर्ट ने किया अपील
इस घटना के बाद से देशभर के डॉक्टर्स प्रदर्शन कर रहे हैं. इसका जिक्र करते हुए CJI ने कहा कि हम एक नेशनल टास्क फोर्स बनाना चाहते हैं जिसमें सभी डॉक्टरों की भागीदारी होगी. CJI ने डॉक्टरों को कहा कि आप हम पर भरोसा करें. डॉक्टर्स की हड़ताल पर कहा, इस बात को समझें कि पूरे देश का हेल्थ केयर सिस्टम उनके पास है. आप काम पर लौटें और आपकी सुरक्षा की जिम्मेदारी अब हम देखेंगे.
स्टेटस रिपोर्ट दे सीबीआई -कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई से स्टेटस रिपोर्ट तलब की है. जांच एजेंसी को गुरुवार तक यह जानकारी देनी होगी. कोर्ट ने कहा कि यह बताएं कि उन्होंने अब तक क्या कदम उठाए हैं और जांच कहां तक पहुंची है. कोर्ट ने डॉक्टर्स से हड़ताल से वापस लेने का भी आह्वान किया है.