क्या खामेनेई के हाथ में है इजरायल पर हमले की चाबी, ईरान में किसकी चलती है? राष्ट्रपति की या सर्वोच्च नेता की
Iran Israel Conflict: हाल के दिनों में इजरायल के हिजबुल्लाह पर हमले के बाद ईरान ने एक जोरदार पलटवार किया है. इस घटना ने दोनों देशों के बीच टकराव की स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है. वर्तमान में ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई देश की सबसे ताकतवर राजनीतिक शख्सियत माने जाते हैं. ईरान में एक अनोखी शासन व्यवस्था है, जहां चुनी हुई संसद और राष्ट्रपति के साथ सर्वोच्च नेता की भूमिका को समझना आवश्यक है.
ईरान की पूर्व शासन व्यवस्था
1979 से पहले ईरान की शासन व्यवस्था एक राजतंत्र के अधीन थी. उस समय शाह मोहम्मद रजा पहलवी का शासन था, जो पश्चिमी देशों, विशेषकर अमेरिका का समर्थक था. इस दौरान, ईरान में महिलाओं को स्वतंत्रता का अनुभव था, लेकिन कट्टरपंथी नेताओं का असंतोष बढ़ रहा था. अयातुल्लाह खुमैनी के नेतृत्व में इस्लामिक क्रांति ने इस शासन व्यवस्था को उलट दिया और एक नई राजनीतिक प्रणाली की स्थापना की.
सर्वोच्च नेता का पद
इस्लामिक क्रांति के बाद ईरान में सर्वोच्च नेता का पद बनाया गया. अयातुल्लाह खुमैनी पहले सर्वोच्च नेता बने, और 1989 में उनके निधन के बाद अयातुल्लाह खामेनेई ने इस पद को ग्रहण किया. आज, खामेनेई की शक्ति का आलम यह है कि वे ईरान की सेनाओं के प्रमुख होते हैं और सभी सुरक्षा बलों का नियंत्रण रखते हैं. यही नहीं, जंग का निर्णय भी उनके हाथ में होता है.
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राष्ट्रपति और संसद की भूमिका
ईरान में राष्ट्रपति का चुनाव हर चार साल में होता है और यह सर्वोच्च नेता के बाद का सबसे शक्तिशाली पद माना जाता है. राष्ट्रपति का कार्य संविधान का पालन कराना और आंतरिक व विदेश नीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना है. लेकिन, अंतिम निर्णय सर्वोच्च नेता का होता है. ईरान में राष्ट्रपति केवल दो बार चुनाव लड़ सकते हैं, और उनके लिए गार्डियन काउंसिल की मंजूरी आवश्यक होती है. ईरान की संसद, जिसमें 290 सदस्य होते हैं, हर चार साल में चुनाव करती है. संसद कानून बनाने, वार्षिक बजट को पास करने और राष्ट्रपति व मंत्रियों को समन करने का अधिकार रखती है. हालांकि, संसद द्वारा पारित सभी कानूनों को गार्डियन काउंसिल की मंजूरी लेनी होती है, जो सर्वोच्च नेता द्वारा नियुक्त सदस्यों के समूह से बनी होती है.
गार्डियन काउंसिल की ताकत
गार्डियन काउंसिल, जिसमें छह धर्मशास्त्री और छह न्यायाधीश होते हैं, संसद से भी अधिक प्रभावशाली है. यह परिषद सभी कानूनों को मंजूरी देती है और सुनिश्चित करती है कि कोई भी उम्मीदवार चुनाव में भाग लेने से पहले उसके मानकों पर खरा उतरता हो. दुनिया के अन्य देशों में सर्वोच्च नेता का पद अद्वितीय है. कुछ देशों में राजतंत्र और लोकतंत्र का मिश्रण है, जैसे यूनाइटेड किंगडम, जहां राजा या रानी की भूमिका होती है. चीन में राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी अपनी स्थिति को मजबूत किया है, जबकि अमेरिका और रूस में राष्ट्रपति ही शासन के प्रमुख होते हैं.
ईरान में खामेनेई का पद और शक्ति इस्लामिक क्रांति के बाद की राजनीति की विशेषता है. उनके नेतृत्व में ईरान ने अपनी सुरक्षा और राजनीतिक दिशा को स्थापित किया है, जो अन्य देशों के लिए एक उदाहरण भी है. इस तरह, ईरान की राजनीतिक संरचना और खामेनेई की शक्ति का अध्ययन वैश्विक राजनीति को समझने के लिए महत्वपूर्ण है.