‘सॉलिड फ्यूल मिक्सर’ के बगैर ‘बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम’ बेकार, क्या इजरायल ने ईरान से छीन ली सबसे बड़ी ताकत!

अमेरिका ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि वह स्थिति पर करीबी नज़र रखेगा. यदि ईरान जवाबी हमला करता है, तो अमेरिका इजरायल की सहायता के लिए तैयार है.
प्रतीकात्मक तस्वीर

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Israel Iran War: इजरायल ने शनिवार को ईरान के खिलाफ एक महत्वपूर्ण सैन्य हमला किया, जिसमें उसके कई मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाया गया. इस हमले में ईरान की मिसाइल उत्पादन क्षमता को गंभीर क्षति पहुंचाई गई है, जो ईरान के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है. इतना ही नहीं, इजरायल ने ईरान को चेतावनी दी है कि अगर नए सिरे से संघर्ष को बढ़ावा दिया गया तो ईरान को और परिणाम भुगतने होंगे.

हमले की प्रमुख बातें

इजरायली सेना ने ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम की एक महत्वपूर्ण यूनिट को नष्ट किया. इस हमले में विशेष रूप से उन 12 ‘प्लेनेटरी मिक्सर’ को ध्वस्त किया गया, जो ठोस ईंधन के उत्पादन में इस्तेमाल होते हैं. यह मिक्सर ईरान ने चीन से खरीदे थे और इनकी उपलब्धता ईरान के मिसाइल कार्यक्रम के लिए अत्यंत आवश्यक थी.

इजरायली सूत्रों के अनुसार, ये हमले ‘लक्षित और सटीक’ थे, जिसका मकसद ईरान की मिसाइल क्षमता को कम करना था. रिपोर्टों के मुताबिक, इन हमलों के बाद ईरान के मिसाइल भंडार को पुनः सक्रिय करने की क्षमता बुरी तरह प्रभावित हुई है.

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इजरायल ने लिया ईरान से बदला

इजरायल ने दावा किया कि सभी हमले सफल रहे और उसके विमानों ने सुरक्षित लौटने में सफलता पाई. इजरायली सेना ने यह भी कहा कि ये हमले ईरान द्वारा इजरायल पर हाल के महीनों में किए गए हमलों के जवाब में थे.

अमेरिका ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि वह स्थिति पर करीबी नज़र रखेगा. यदि ईरान जवाबी हमला करता है, तो अमेरिका इजरायल की सहायता के लिए तैयार है. इस बीच ईरान ने स्वीकार किया है कि इस हमले में उसके दो सैनिक मारे गए हैं, जो कि मिसाइल ऑपरेशन का हिस्सा थे. हालांकि, इजरायल ने कहा कि उन्होंने आम जनता को नुकसान पहुंचाने से बचते हुए सिर्फ सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया.

बताते चलें कि इजरायल के हमले के बाद ईरान का बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम अब गंभीर खतरे में है, और यह देखा जाना बाकी है कि ईरान इस स्थिति का कैसे जवाब देगा.

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