Jharkhand Politics: कैबिनेट में जगह नहीं मिलने पर नाराज हुए JMM विधायक, लगाए गंभीर आरोप, कांग्रेस भी भड़की
Jharkhand Politics: पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की प्रवर्तन निदेशालय(ED) की गिरफ्तारी के बाद उठा सियासी संकट चंपई सोरेन के मुख्यमंत्री बनने के बाद शांत हुआ. वहीं फिर से झारखंड महागठबंधन की सरकार के सामने नया संकट सामने आ गया है. मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के एक विधायक और कांग्नेस के कई विधायक नाराज हो गए हैं.
निर्दलीय लड़ेंगे अगला चुनाव
सरकार के कैबिनेट विस्तार में मंत्री नहीं बनाए जाने पर JMM के विधायक बैद्यनाथ राम ने नाराजगी जाहिर की. इसके साथ ही उन्होंने अगला चुनाव निर्दलीय लड़ने का ऐलान कर दिया. सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक बैद्यनाथ राम ने चंपई सोरेन सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए इसे अपना अपमान बताया.
आखिरी वक्त में हुआ खेल
विधायक बैद्यनाथ राम ने पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि मंत्रिमंडल के विस्तार के लिए सबकुछ तय हो गया था. उन्होंने आगे कहा, ‘मेरा नाम मंत्रियों की सूची में शामिल था. आखिरी वक्त पर सूची में से मेरा नाम हटा दिया गया. यह अपमान है और मैं इस अपमान को बर्दाश्त नहीं करूंगा.’
‘दो दिन के अंदर सुलझ जाएगा मामला’
विधायक बैद्यनाथ राम ने इसके लिए कांग्रेस पर ठीकरा फोड़ा. उन्होंने आरोप लगाया, ‘कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के दबाव से मेरा नाम हटाया गया.’ उन्होंने यह भी दावा किया है कि नवनियुक्त मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वह दो दिनों में इस मामले को सुलझा लेंगे.
विधायकों ने दर्ज कराई आपत्ति
वहीं कांग्रेस विधायकों के एक समूह ने पार्टी के झारखंड प्रदेश प्रमुख राजेश ठाकुर से मुलाकात कर विरोध दर्ज कराया. उन्होंने चंपई सोरेन के नए मंत्रिमंडल में कांग्रेस पार्टी के कोटे से पुराने मंत्रियों को ही फिर से मंत्री पद मिलने पर विरोध दर्ज कराया है. कांग्रेस विधायक दीपिका पांडे ने कहा कि हम इस बार मौका चाहते थे. बता दें कि चार कांग्रेस नेताओं को चंपई सोरेन कैबिनेट में फिर से शामिल किया गया.
8 नए मंत्रियों ने ली शपथ
बता दें कि शुक्रवार, 16 फरवरी को झारखंड मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ. कैबिनेट विस्तार में 8 मंत्रियों ने राजभवन में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के सामने शपथ ली. इस मंत्रिमंडल में शिबू सोरेन के सबसे छोटे बेटे और हेमंत सोरेन के बसंत सोरेन ने भी शपथ ली.