पेनकिलर के अलावा किडनी को नुकसान पहुंचा सकती हैं ये दवाएं, सेवन करने से पहले जान लें डॉक्टर की ये जरूरी चेतावनी

Acidity Medicines Side Effects: किडनी स्पेशलिस्ट डॉक्टर अर्जुन सभरवाल ने बताया कि लंबे समय तक एसिडिटी के लिए PPIs दवाओं का सेवन करने पर किडनी डैमेज होती है. डॉक्टर होने की वजह से उन्होंने ऐसा देखा है और उनके अनुसार कई सारे अध्ययनों में भी यह सही पाया गया है.
Doctor explaining kidney damage risks

लगातार इन दवाओं का सेवन करने से किडनी फेल हो सकती है

Acidity Medicines Side Effects: किडनी शरीर के दूसरे पार्ट्स की तुलना में कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है. यह ब्लड यानी खून से कचरा निकालने से लेकर शरीर में पानी का स्तर संतुलित करने तक का महत्वपूर्ण कार्य करती है. यदि किसी कारण से किडनी खराब या डैमेज हो जाए, तो शरीर के दूसरे अंग भी प्रभावित होने लगते हैं और पूरा शरीर काम करना बंद कर देता है. अक्सर शरीर में दर्द होने पर हम राहत पाने के लिए जिन पेनकिलर्स का सेवन करते हैं, वे किडनी के लिए बहुत हानिकारक होते हैं. पेरासिटामोल या पेनकिलर दवाओं के अलावा कुछ ऐसे सप्लीमेंट्स भी हैं, जिनका सेवन करने से किडनी पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है और किडनी फेल होने की संभावना बढ़ जाती है. ऐसे में आइए जानते हैं कि किडनी के स्पेशलिस्ट ने इन सप्लीमेंट्स को लेकर क्या जानकारी दी है.

एसिडिटी की दवा से किडनी डैमेज होती है

किडनी स्पेशलिस्ट डॉक्टर अर्जुन सभरवाल ने बताया कि लंबे समय तक एसिडिटी के लिए PPIs दवाओं का सेवन करने पर किडनी डैमेज होती है. डॉक्टर होने की वजह से उन्होंने ऐसा देखा है और उनके अनुसार कई सारे अध्ययनों में भी यह सही पाया गया है.

आगे उन्होंने कहा कि लंबे समय से चल रही एसिडिटी के लिए पेंटाप्राजोल, ओमेप्राजोल, लैंसोप्राजोल लेने से किडनी डैमेज होती है. इन दवाओं को PPIs (Proton Pump Inhibitors) कहा जाता है, जो एसिडिटी के लिए फायदेमंद होती हैं. लेकिन लंबे समय तक बिना डॉक्टर की सलाह से लेने पर किडनी को फेल कर सकती हैं. अचानक से किडनी में सूजन आ जाती है, क्रिएटिनिन शूट होता है और मरीज को पता भी नहीं चलता. ऐसा करने से क्रोनिक किडनी डिजीज का खतरा भी होता है.

खतरे को ध्यान में रखकर ही दवा दी जाती है

डॉक्टर अर्जुन सभरवाल ने कहा कि जब डॉक्टर इन दवाओं को लिखते हैं तो इनका सेवन करना नुकसानदायक नहीं होता है, बल्कि सुरक्षित होता है. क्योंकि वो आपके स्वास्थ्य की निगरानी, इनका असर और कई सारी वजहों पर ध्यान रखते हैं. किसी भी दवाई को ‘खतरा बनाम फायदे’ का ध्यान में रखकर ही दिया जाता है. आपकी कंडीशन के मुताबिक विशेषज्ञ दवा का डोज कम या बदल सकता है। इसलिए डॉक्टर से फॉलो अप करना जरूरी है.

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डॉक्टर की सलाह जरूर लें

डॉक्टर ने बताया कि असली खतरा PPIs से नहीं, बल्कि उसे मल्टीविटामिन की तरह लेते रहना है. इसके साइड इफेक्ट होते हैं, जो डॉक्टर की सलाह के बिना लेने पर झेलने पड़ सकते हैं. चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि अगर आप 2 हफ्तों से ज्यादा समय से इनका सेवन कर रहे हैं तो पहले डॉक्टर से संपर्क कर लें वरना खतरनाक परिणाम देखने को मिल सकते हैं.

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