Health Tips: आचार्य बालकृष्ण से जानें बॉडी से कैसे निकालें Uric Acid, किन चीजों का करें इस्तेमाल?

Health Tips: यूरिक एसिड बढ़ने से किडनी स्टोन, गठिया, जोड़ों में दर्द आदि जैसी कई गंभीर दर्दनाक समस्याएं बढ़ जाती है. ऐसे में इसे कंट्रोल में रखने के लिए नागफनी बहुत फायदेमंद होता है. नागफनी के फायदों को लेकर आयुर्वेद एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने कई बातें बताई है.
Acharya Balkrishna on uric Acid

Health Tips: आज के समय में शरीर में यूरिक एसिड (Uric Acid) की समस्या काफी बढ़ गई है. लगभग हर घर में इससे पीड़ित लोग मिल जाएंगे. इसे समय पर कंट्रोल न किया जाए तो परेशानी काफी बढ़ जाती है. शरीसर में यूरिक एसिड बढ़ने से स्वास्थ्य समस्या का खतरा बढ़ जाता है.

इसके बढ़ने से किडनी स्टोन, गठिया (Gout), जोड़ों में दर्द आदि जैसी कई गंभीर दर्दनाक समस्याएं बढ़ जाती है. ऐसे में इसे कंट्रोल में रखने के लिए नागफनी बहुत फायदेमंद होता है. नागफनी के फायदों को लेकर आयुर्वेद एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने कई बातें बताई है. तो चलिए जानते हैं यूरिक एसिड में नागफनी के फायदें…

क्या है नागफनी के फायदे

आयुर्वेद जानकार कहे जाने वाले आचार्य बालकृष्ण ने यूरिक एसिड को कण्ट्रोल करने के लिए नागफनी को सबसे बड़ा रामबाण बताया है. नागफनी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है. इसके सेवन से न अक़वाल यूरिक एसिड कंट्रोल होता है, बल्कि कई बीमारियों से भी बचाव होता है. बता दें कि नागफनी को प्रिकली पेयर भी कहा जाता है. यह एक औषधीय पौधा है, जो आयुर्वेद में कई रोगों के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है.

ऐसे करें नागफनी का इस्तेमाल

नागफनी के इस्तेमाल को लेकर आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि, जिनको मूत्र की परेशानी है वह 4 से 5 ग्राम नागफनी की जड़, एक ग्राम मेथी, एक ग्राम अजवाइन और एक ग्राम सोंठ को 400 से 500 ग्राम पानी में पकाएं और जब 100 ग्राम बचे तो उसे छानकर पी लें. इसके सेवन से वात संबंधी बीमारियां में लाभ मिलेगा. इसके अलावा जिन लोगों को अर्थराइटिस की समस्या शुरू हुई हो तो उसे भी इससे तुरंत रोका जा सकता है.

यूरिक एसिड कंट्रोल

इसके साथ ही आचार्य बालकृष्ण ने कहा- शरीर में एक बार यूरिक एसिड बढ़ जाता है तो ये धीरे-धीरे करते बढ़ता रहता है. हालांकि, कई लोग अन्य उपाय करके यूरिक एसिड को कंट्रोल भी कर लेते हैं, लेकिन ये बार-बार बढ़ जाता है. ऐसे में इस उपाय का इस्तेमाल करके यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है. नागफनी में एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर होते हैं, जो शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करते हैं. यह किडनी के फंक्शन को बेहतर बनाता है. इससे यूरिक एसिड को कंट्रोल क्र सकते हैं.

कई बिमारियों में भी फायदेमंद

नागफनी के सेवन से कई ओर बिमारियों को भी कंट्रोल किया जा सकता है. इसके सेवा से जिन लोगों के शरीर में सूजन की समस्या या शरीर में दर्द रहता है वह 3 से 4 नागफनी की जड़, एक ग्राम सोंठ, एक ग्राम अजवाइन और एक ग्राम मेथी को उबालकर काढ़ा बनाकर पिएं. नागफनी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गाउट और जोड़ों की सूजन को कम करने में मदद करते हैं.

यह भी पढ़ें: Bhopal News: गोल्ड-कैश कांड का आरोपी सौरभ शर्मा गिरफ्तार, 40 दिन से था फरार

बता दें कि प्रतिदिन सेब के सेवन से यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है. सेब के अंदर मैलिक एसिड होता है, जो हमारे खून में यूरिक एसिड के लेवल को कंट्रोल करता है.

यूरिक एसिड बढ़ने के कारण?

-मोटापा
-डायबिटीज
-उन खाद्य पदार्थों का सेवन करना जिसमें अधिक मात्रा में प्यूरिन (Purine) पाई जाती है.
-किडनी की कार्य क्षमता कम होने पर भी यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है. क्योंकि किडनी कम मात्रा में ही यूरिक एसिड फ़िल्टर कर पाती है.
-शराब का अधिक सेवन करना
-थायराइड (Thyroid) की समस्या
-हाई ब्लड प्रेशर की समस्या
-शरीर मे आयरन अधिक होना
-खून में ग्लूकोज की मात्रा अधिक होना
-ह्रदय रोग की दवाओं का सेवन करना
-कीटनाशक तथा लीड (Lead) के संपर्क में आना

ज़रूर पढ़ें