Navratri 2025 Special: व्रत में क्यों खाया जाता है कुट्टू का आटा? जानिए क्या हैं फायदे
कुट्टू का आटा
Benefits of Kuttu: भारत में कोई त्योहार हो या फिर कोई व्रत… हमारे घरों में कुट्टू के आटे का जरूर उपयोग होता है. इससे हम पूरी और पकौड़ी जैसे कई व्यंजन आदि बनाके खाते है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हम त्योहारों में कुट्टू का इस्तेमाल क्यों करते हैं. आज हम आपको ये बताएंगे.
कैसे बनता है कुट्टू का आटा?
हिंदू त्योहारों में व्रत का बहुत महत्व है. व्रत में किसी भी तरह के अनाज के बजाय कुट्टू का इस्तेमाल किया जाता है. कुट्टू का आटा असल में किसी अनाज से नहीं बनता. कुट्टू एक प्रकार का फल होता है. कुट्टू काे बकव्हीट’ (Buckwheat) भी कहा जाता है. कुट्टू एक तने लाल और सफेद फूल वाले पौधे पर उगता है.
पौधे के पूरी तरह से पक जाने पर इस से तिकोने आकार के छोटे-छोटे फल निकलते है, जिन्हें सुखाया जाता है. सूखने के बाद इसे पीसा जाता है. पीसने के बाद हमें भूरे रंग का बारीक पाउडर मिलता है. इसे कुट्टू का आटा कहा जाता है. पौधे से निकलने के कारण इसे अनाज की श्रेणी में नहीं रखा जाता है.
व्रत में है फिट
हिंदू धर्म में व्रत में अनाज से परहेज किया जाता है. ऐसे में कुट्टू का आटा एक बेहतर ऑप्शन होता है. ऐसा इसलिए क्योंकि कुट्टू एक किस्म का फल होता है. अनाज न होने के कारण ये व्रत के नियमों के अनुकूल होता है. यही कारण है कि व्रत में इसका सेवन किया जाता है.
ग्लूटेन-फ्री
जहां गेहूं के आटे में ग्लूटेन पाया जाता है, वहीं कुट्टू का आटा ग्लूटेन-फ्री होता है. यहीं एक विशेषता इसे गेहूं से अलग बनाती है. कई लोगों को ग्लूटेन से एलर्जी होती है. उनके लिए ये परफेक्ट होता है. ये गेहूं का अच्छा अल्टरनेटिव है.
पोषक तत्वों से भरपूर
यह आटा सिर्फ व्रत के लिए नहीं, बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है. इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, मैग्नीशियम, आयरन और विटामिन B-कॉम्प्लेक्स जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. ये सभी पोषक तत्व हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं.
एनर्जी का बेहतरीन सोर्स
व्रत में अक्सर लोगों को कमजोरी महसूस होती है. ऐसे में ये एक बेहतरीन एनर्जी सोर्स है. कुट्टू का आटा कार्बोहाइड्रेट्स और प्रोटीन का एक अच्छा सोर्स है, जो शरीर को धीरे-धीरे एनर्जी देता है. इससे हमें लंबे समय तक भूख नहीं लगती और पेट भरा महसूस करता है.
ये भी पढ़ें: Navratri 2025 Vrat Diet: नवरात्रि में रख रहे हैं 9 दिनों का व्रत तो नोट कर लें ये डाइट, नहीं होगी कमजोरी
पेट को हल्का रखता है
कुट्टू में मौजूद फाइबर इसे पचाने में आसान बनाती है. व्रत में हमारी पाचन शक्ति कम हो जाती है. ऐसे में कुट्टू का आटा पेट को हल्का रखता है और अपच या पेट फूलने जैसी समस्याओं से बचाता है.