Lok Sabha Election 2024: ‘क्रिकेट नहीं खेलते थे, पानी ढोते थे’, सम्राट चौधरी ने तेजस्वी पर कसा तंज, लालू परिवार पर भी साधा निशाना
Lok Sabha Election 2024: बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने लालू यादव और उनके परिवार पर तंज कसा है. पूर्वी मुख्यमंत्री लालू यादव पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि आरक्षण के नाम पर कुछ लोग पहले अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री के पद पर बैठा देते हैं और फिर बाद में बेटे को उप मुख्यमंत्री बना देते हैं. इस दौरान सम्राट चौधरी ने राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर भी हमलावर रहे. उन्होंने दावा किया कि तेजस्वी क्रिकेट नहीं खेलते थे, वो वहां पानी ढोने का काम करते थे. उन्होंने कहा कि लालू यादव ने क्रिकेट में पानी ढोने वाले को बिहार का डिप्टी सीएम बना दिया.
बीजेपी नेता और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी हीं नहीं रुके. उन्होंने लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव और बेटी रोहिणी आचार्य और मीसा भारती को भी आड़े हाथों लिया. तेजप्रताप का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उनका दूसरा बेटा हरे राम-हरे राम करता रहता है, उसे मंत्री बना दिया गया. रोहिणी को लेकर सम्राट चौधरी ने कहा कि एक बेटी सिंगापुर से सीधे चुनाव लड़ने आती है. वहीं, मीसा भारती पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि एक बेटी बार-बार चुनाव हारती है, जिसके बाद उसे राज्यसभा भेज दिया जाता है.
ये भी पढ़ें- Pappu Yadav Net Worth: पप्पू यादव से अमीर हैं उनकी सांसद पत्नी रंजीता रंजन, जानिए किसके पास कितनी है संपत्ति
सम्राट चौधरी के बयान पर आरजेडी का पलटवार
सम्राट चौधरी के इस बयान पर लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने भी पलटवार किया है. आरजेडी प्रवक्ता ऋषि मिश्रा ने कहा कि सम्राट चौधरी जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, वो राजनीति में ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि सम्राट चौधरी के बारे में जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार जो बात कहते रहे हैं, वो बात सही लगती है. नीरज कुमार अक्सर सम्राट चौधरी की डिग्री फर्जी होने का दावा करते रहे हैं. सम्राट चौधरी की डिग्री फर्जी है.
नेता से पहले क्रिकेटर रह चुके हैं तेजस्वी यादव
राजनीति से इतर तेजस्वी की एक और खास पहचान है. उनका क्रिकेट से भी खास नाता रहा है. तेजस्वी टीम इंडिया के सफल कप्तान रह चुके विराट कोहली के साथ भी एक ही टीम से क्रिकेट खेल चुके हैं. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत क्रिकेट से ही की थी, लेकिन वह इसमें विफल रहे. तेजस्वी को मध्यक्रम का एक बेहतरीन बल्लेबाज माना जाता था। क्रिकेट में ज्यादा मौका नहीं मिलने के बाद तेजस्वी ने राजनीति का दामन थाम लिया.