Lok Sabha Election 2024: बिहार कांग्रेस को बड़ा झटका, अनिल शर्मा ने पार्टी से दिया इस्तीफा, आलाकमान और RJD पर लगाए गंभीर आरोप
Lok Sabha Election 2024: देश में 19 अप्रैल से लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण के मतदान शुरू हो जाएंगे. इस बीच देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं. जहां एक ओर बिहार में ‘INDI’ गठबंधन में शामिल दलों के साथ सीट शेयरिंग पर पार्टी को समझौता करना पड़ रहा है, तो वहीं दूसरी ओर कई नेता पार्टी का साथ छोड़ दे रहे हैं. इसी क्रम में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही उन्होंने शीर्ष नेतृत्व पर बड़ा आरोप भी लगाया है.
BJP में शामिल होने की अटकलें
रविवार, 31 मार्च को बिहार में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. साथ ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजे अपने इस्तीफे में उन्होंने पार्टी नेतृत्व को समझौतावादी बता दिया है. बताते चलें कि अनिल शर्मा साल 2008 से 2010 के बीच 21 महीने तक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर रहे थे. अब उनके इस्तीफा देने के बाद अटकलें है कि वह BJP में शामिल हो सकते हैं. हालांकि इस पर उनकी ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.
‘RJD से कांग्रेस के गठबंधन को बताया आत्मघाती’
रविवार को पटना में मीडिया के साथ बातचीत के दौरान अनिल शर्मा ने कहा कि मैं RJD के साथ हुए गठबंधन का विरोधी हूं. कांग्रेस पार्टी का राष्ट्रीय जनता दल से गठबंधन आत्मघाती है. नरसंहार और जंगलराज का हम साथ देते रहे. पार्टी ने अक्षम्य अपराध किया है. कांग्रेस तथा खास तौर पर सोनिया गांधी और राहुल गांधी को जंगलराज के लिए माफी मांगनी चाहिए थी. राहुल गांधी ने जब अध्यादेश फाड़ा था तो सराहना मिली. आज वह लालू प्रसाद के साथ गलबहियां करते हुए मटन खा रहे हैं.
जंगलराज की वापसी हो जाएगी- अनिल शर्मा
साथ ही अनिल शर्मा ने आरोप लगाया कि जब कांग्रेस में सोनिया का नेतृत्व आया, तब से दल में आंतरिक लोकतंत्र खत्म हो चुका है. मल्लिकार्जुन खड़गे सिर्फ बेचारा अध्यक्ष हैं. उन्होंने दावा कि अगर लोकसभा में महागठबंधन चुनाव जीता तो, विधानसभा चुनाव में तेजस्वी की सरकार बन जाएगी. इससे जंगलराज की वापसी हो जाएगी. वहीं उन्होंने आरोप लगता हुए कहा कि सोनिया गांधी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का विरोध कर साम्प्रदायिकता का परिचय दिया है. कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर है और पप्पू यादव का महिमा मंडन किया जा रहा है. कांग्रेस में अब समझदार लोगों के लिए रहना मुश्किल है.