Lok Sabha Election 2024: टिकट बंटवारे के पेंच में उलझी सपा, अब लखनऊ में भी बदलेगी उम्मीदवार, इस नेता के नाम पर चर्चा
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर देशभर में सियासी माहौल बन चुका है. अब कुछ दिनों में ही पहले चरण का मतदान होना है. लेकिन अखिलेश यादव की पार्टी में लगातार टिकट बदलने का दौर जारी है. सपा में कब, किसका टिकट बदल जाए या कटकर दोबारा मिल जाए इसको लेकर पार्टी के कार्यकर्ता भी कंफ्यूजन में हैं. हाल ही में सपा ने रामपुर, मुरादाबाद और मेरठ में इतने बार टिकट बदले कि उसके कार्यकर्ता तक कंफ्यूज हो गए. अब अटकलें लगाई जा रही हैं कि समाजवादी पार्टी अपना लखनऊ प्रत्याशी भी बदल सकती है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, लखनऊ से सपा उम्मीदवार रविदास मेहरोत्रा का टिकट कटने की चर्चा है. उनका टिकट काटकर पार्टी सपा के नए उम्मीदवार की घोषणा कर सकती है. इस रेस में जो नाम सबसे आगे आ रहा है वह है लव भार्गव का. इनके नाम की चर्चा सियासी गलियारों में खूब चल रही है. ऐसा कहा जा रहा है कि अखिलेश यादव, रविदास मेहरोत्रा से खुश नहीं हैं क्योंकि वो अपने लोकसभा क्षेत्र में उस तरह प्रचार नहीं कर रहे हैं, जिस तरह की प्रत्याशियों से उम्मीद की जाती है.
यूपी में सपा-कांग्रेस गठबंधन
बताते चलें कि समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के साथ इंडिया गठबंधन के तहत चुनावी मैदान में है. राज्य के कुल 80 सीटों में से 17 पर कांग्रेस तो बाकि के 63 पर सपा 63 प्रत्याशी उतार रही है. जहां कांग्रेस अब तक सभी सीटों पर प्रत्याशी नहीं उतार पाई है तो वहीं सपा बार-बार अपने प्रत्याशी बदलकर कार्यकर्ताओं को कंफ्यूज कर रही है. गौरतलब है कि इससे पहले मेरठ में सपा ने पहले दलित चेहरा भानु प्रताप को अपना उम्मीदवार बनाया था. उसके बाद अखिलेश ने फिर सपा विधायक अतुल प्रधान को टिकट दिया और उसके कुछ ही घंटों में योगेश वर्मा की पत्नी सुनीता वर्मा को टिकट दे दिया.
मौजूदा सांसद एसटी हसन का टिकट कटा
इससे पहले यूपी का मुरादाबाद सीट भी खूब चर्चा में रहा और इसकी वजह यह है कि सपा ने 24 मार्च को मौजूदा सांसद एसटी हसन को टिकट दिया. इसके बाद 26 मार्च को उन्होंने अपना नामांकन भी कर दिया. इसके अगले ही दिन अखिलेश यादव ने रुचि वीरा को सिंबल देकर नामांकन करवा दिया. कहा गया कि आजम खान के दबाव में सपा ने रुचि वीरा को अपना उम्मीदवार बनाया.
रामपुर में भी सियासी बवाल
आजम खान का गढ़ कहे जाने वाला रामपुर में भी सपा के सामने काफी मुश्किलें देखी गई. पार्टी एक बार में अपना प्रत्याशी फाइनल नहीं कर पाई. यहां से टिकट फाइनल करने के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीतापुर जेल जाकर आजम खान से मुलाकात भी की थी. पहले आया कि रामपुर से आजम के करीबी असीम राजा को टिकट दिया जाएगा और उन्होंने एक नामांकन पत्र भी खरीद लिया था. लेकिन बाद में दिल्ली पार्लियामेंट स्ट्रीट जामा मस्जिद इमाम मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी को टिकट दिया गया.