Lok Sabha Election 2024: दिग्विजय सिंह के बयान पर CM मोहन यादव ने किया पलटवार, कहा- वे मांफी मांगे
Lok Sabha Election 2024: मध्य प्रदेश में चार चरणों में चुनाव होने है जिसमें से दो चरणों की वोटिंग हो चुकी है. वहीं दो चरणों की वोटिंग अभी होनी है. देश-प्रदेश के बड़े नेता एक-दूसरे पर जुबानी वार कर रहे हैं, पहले दिग्विजय सिंह ने केंद्रीय मंत्री अमित शाह के ऊपर जमकर हमला बोला था, जिसके बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने दिग्विजय सिंह पर पलटवार किया है.
डॉ यादव ने कहा अमित शाह जी ने जो बात रखी, वो डंके की चोट पर रखी हैं. दिग्विजय सिंह के बारे में जनता सब जानती है. दिग्विजय सिंह हमेशा अपने बयानों में अरविंद केजरीवाल की बुराई करते रहे लेकिन चुनाव के लिए अब उनका समर्थन ले रहे हैं. मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि दिग्विजय सिंह जी ने जिस ढंग से अमित शाह जी के बारे में हल्की बात कही मैं उसकी निंदा करता हूं और उम्मीद करता हूं कि दिग्विजय सिंह जी माफ़ी मांगेंगे.
ये भी पढ़ें- MP News: ‘…आरक्षण पर डाका डाला’, कांग्रेस पर बरसे प्रहलाद सिंह पटेल, AMU को लेकर कह दी बड़ी बात
अरविंद केजरीवाल को लेकर भी कसा तंज
उन्होंने कहा इन्हीं दिग्विजय सिंह जी ने कहा था कि मुझे अरविंद केजरीवाल में ‘हिटलर की झलक’ दिखाई देती है. 2015 में दिल्ली में सफाई कर्मियों की हड़ताल चल रही थी और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को उन्होंने ‘नौटंकी का मास्टर’ कहा था. लेकिन अब आपका काम पड़ रहा है तो आप उनकी एक नेता से समर्थन ले रहे हो. राजगढ़ के चाचोड़ा से आप पार्टी की प्रत्याशी रहीं थी अब वो आपका समर्थन कर रही है.
अयोध्या को लेकर दिग्विजय सिंह को घेरा
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने दिग्विजय सिंह से पूछा कि आपने अयोध्या के मामले को लेकर के क्या-क्या नहीं कहा? पाकिस्तान के आतंकवादियों को ‘जी’ कहा. जिन्होंने देशद्रोही का रोल अदा किया. 1992 में हुई घटना में आपने कहा था कि मंदिर का सवाल नहीं है. इन्होने ढांचा तोड़ा इसका दुःख हुआ था. तो आप तो इस बात को लेकर के भारत से माफ़ी मांगे. मध्यप्रदेश से माफ़ी मांगे.
राम मंदिर को लेकर भी घेरा
सीएम यादव इतने पर ही नहीं रुके उन्होंने राम मंदिर मामले में दिग्विजय सिंह को घेरते हुए कहा, ‘राम मंदिर के मामले में आपने और आपकी पार्टी ने कितने अड़ंगे लगाए और अब आप कहते हो कि मैंने चंदा दिया. चंदा देना अलग बात है, आप चंदा ले जाओ वापस, चंदे की जरूरत नहीं है. लेकिन भगवान राम के मंदिर में न तो निमंत्रण को स्वीकार करने में अपनी पार्टी में कोई भूमिका अदा की, न ही राम मंदिर को लेकर आपने आज तक वहां जाकर दर्शन करके अपनी श्रद्धा दिखाई.’