Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के बीच कर्नाटक में क्यों होने लगी है ‘लोटा’ की चर्चा?
Lok Sabha Election 2024: कर्नाटक में 26 अप्रैल और 6 मई को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होना है. अगले दो चरणों में मतदान के पहले राज्य में चुनाव प्रचार तेज हो गया है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियां कर्नाटक में जीत के लिए अपनी ताकत झोंक दी हैं, लेकिन दूसरे राज्यों से अलग कर्नाटक में घरों में पानी पीने या नहाने में इस्तेमाल किए जाने वाला ‘लोटा’ मुद्दा बना हुआ है. कर्नाटक में कन्नड़ और तेलुगु में इसे ‘चोंबू’ या ‘चेम्बू’ कहा जाता है.
कर्नाटक कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लगातार ‘लोटा’ की तस्वीर पोस्ट कर बीजेपी पर हमला बोल रही है. कांग्रेस लगातार बीजेपी पर वादा खिलाफी करने का आरोप लगा रही है. कांग्रेस बीजेपी पर आरोप लगा रही है कि केंद्र सरकार ने कर्नाटक के साथ भेदभाव किया है और उनकी मांगों को पूरा नहीं किया है.
‘कर्नाटक से नफरत कर रही है बीजेपी”
कर्नाटक कांग्रेस के सोशल साइट्स ‘एक्स’ पर खाली लोटे की तस्वीर पोस्ट कर कहा है,” राज्य सरकार ने कई बार केंद्र सरकार से सूखा राहत प्रदान करने का अनुरोध किया है, लेकिन कर्नाटक विरोधी केंद्र सरकार ने कर्नाटक को केवल खाली लोटा दिया है. इसका उचित समाधान यही है कि भाजपा सरकार को वही खाली लोटा वापस दे दिया जाए.”
खाली लोटे के साथ एक दूसरे पोस्ट में कहा गया है, “ऐसी स्थिति पैदा हो गई है, जहां सुप्रीम कोर्ट को केंद्र सरकार की बात अनसुनी करनी पड़ी है जिसने सूखा राहत के लिए बार-बार अपील के बावजूद पैसा जारी नहीं किया है. कर्नाटक के प्रति बीजेपी की नफरत चरम पर पहुंच गई है. कन्नड़वासी इसका जवाब चुनाव में देंगे.’
खाली लोटे की तस्वीर के साथ बीजेपी पर वार
कर्नाटक के प्रभारी एआईसीसी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि राज्य से चुने गए बीजेपी और जेडीएस के 27 सांसदों ने हमारे लोगों को जो कुछ दिया, वह सब सिर्फ चोंबू (लोटा) था. इन सभी चोंबू (लोटा) के बदले में, कर्नाटक के लोग भाजपा को एक बड़ा चोंबू (लोटा) देने के लिए तैयार है.
भाजपा का कांग्रेस पर पलटवार
कांग्रेस के इस आरोप पर भाजपा समर्थकों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. भाजपा समर्थक चालुवेगौड़ा एचएन ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा, ”आपका चोंबू (लोटा) अब खाली हो गया है, और अब आपने इसे पकड़ रखा है और भीख मांगना शुरू कर दिया है. यह दुखद है कि हमारे पड़ोसी पाकिस्तान का जो हश्र हुआ, वह कर्नाटक का हुआ है. अमीर राज्यों में शुमार कर्नाटक के खजाने को खाली करने का श्रेय आपको मिलता है.”
कर्नाटक में दोनों प्रमुख राजनीतिक पार्टियों द्वारा सोशल मीडिया में आकर्षक और उत्तेजक नारों, ग्राफिक्स, तथ्यों और आंकड़ों का उपयोग कर एक-दूसरे पर हमला बोला जा रहा है और इस लड़ाई में ‘लोटा’ दोनों पार्टियों का चुनावी हथियार बन गया है.