Lok Sabha Election 2024: बीजेपी का गेम बिगाड़ सकती है ये 40 सीटें, जान लीजिए क्यों है खतरे की घंटी

साल 2019 के चुनाव में 303 सीटें जीतने वाली पार्टी ने 40 ऐसी सीटें जीतीं थीं जिन पर जीत हार का अंतर 50 हजार से भी कम वोटों का था. राजनीति के जानकारों की मानों तो इतने कम अंतर से जीती गई सीटों में उलटफेर होने का खतरा तो रहता ही है.
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Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी ने 400 पार का नारा दिया है. बीजेपी की प्रचार अभियान की कमान खुद पीएम मोदी संभाल रहे हैं और उनका साथ दे रहे हैं मंत्री, विधायक और पार्टी के तमाम कार्यकर्ता. पार्टी की नजर इस बार हैट्रीक लगाने पर है. इसके लिए पीएम मोदी ने खुद ही पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में 400 पार का टारगेट दे रखा है. अकेले बीजेपी 370+ का दावा कर रही है.

बता दें कि साल 2019 के चुनाव में 303 सीटें जीतने वाली पार्टी ने 40 ऐसी सीटें जीतीं थीं जिन पर जीत हार का अंतर 50 हजार से भी कम वोटों का था. राजनीति के जानकारों की मानों तो इतने कम अंतर से जीती गई सीटों में उलटफेर होने का खतरा तो रहता ही है. अगर इस बार के चुनाव में बीजेपी इन 40 सीटों को जीतने में असफल होती है तो संख्या घटकर 263 हो सकती है. सबसे खास बात ये कि यह बहुमत के आंकड़े से भी कम हो जाएगा क्योंकि, 543 सदस्यों वाली लोकसभा के लिए बहुमत का आंकड़ा 272 है. आइये जानते हैं कि वो कौन सी 40 सीटें हैं.

लोकसभा चुनाव 2024 में BJP के लिए सुरक्षित नहीं हैं 2019 में जीतीं ये सीटें

संसदीय सीट

  1. मछलीशहर
  2. खूंटी
  3. चामराजनगर
  4. बर्धमान दुर्गापुर
  5. मेरठ
  6. मुजफ्फरनगर
  7. कांकेर
  8. रोहतक
  9. संबलपुर
  10. दमन और दीव
  11. लोहरदगा
  12. लद्दाख
  13. झारग्राम
  14. कन्नौज
  15. बालासोर
  16. तुमकुर
  17. चंदौली
  18. सुलतानपुर
  19. बैरकपुर
  20. बलिया
  21. इनर मणिपुर
  22. बदायूं
  23. बोलंगीर
  24. बागपत
  25. भुवनेश्वर
  26. मयूरभंज
  27. कालाहांडी
  28. फिरोजाबाद
  29. बस्ती
  30. बालूरघाट
  31. संत कबीरनगर
  32. करीमगंज
  33. कोप्पल
  34. कौशांबी
  35. पाटलीपुत्र
  36. नांदेड़
  37. भदोही
  38. चंडीगढ़
  39. दुमका
  40. होशियारपुर

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बता दें कि जिन 40 सीटों पर बीजेपी का जीत का मार्जिन 50 हजार से कम था उनमें से 11 सीट पर बीजेपी और कांग्रेस में सीधी लड़ाई थी. वहीं 6 सीट पर मायावती की पार्टी बसपा, 6 सीट पर सपा और 6 सीट पर बीजू जनता दल ने बीजेपी को चुनौती दी थी. सबसे खास बात ये कि 50 हजार से कम मार्जिन वाली चार सीट पश्चिम बंगाल में थीं. वहीं, दो सीट पर बीजेपी की निकटतम प्रतिद्वंद्वी राष्ट्रीय लोक दल था. बीजेपी के लिए सबसे खतरे वाली यूपी की 14 सीटें हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने यूपी में मछलीशहर संसदीय सीट पर सिर्फ 181 वोट से जीत हासिल की थी. मेरठ सीट पर पार्टी को 4729 वोट से जीत मिली थी.

बीजेपी की खास तैयारी

बता दें कि बीजेपी ने कम मार्जिन से जीतने वाली सीटों के लिए खास रणनीति बनाई है. सूत्रों के मुताबिक, इन सभी लोकसभा सीटों को अलग-अलग क्लस्टर में बांटा गया है. इसके साथ ही हारने वाली सीटों को भी कलस्टर में बांटा गया है. प्रत्येक क्लस्टर में 4 सीटें हैं. इन क्लस्टर्स में पीएम मोदी की बड़ी जनसभाएं होंगी. रणनीति बनी है कि इन सीटों पर पीएम मोदी की 45 से 55 रैलियां की जाएंगी. वहीं प्रधानमंत्री की जनसभाएं शिलान्यास और प्रोजेक्ट के उद्घाटन के रूप में केंद्र शासित और बीजेपी की सत्ता वाले राज्यों में आयोजित की जाएंगी. इतना ही नहीं जिन 160 सीटों पर बीजेपी कमजोर पड़ी थी उसे दो भागों में बांटा गया है. 80 की कमान नड्डा संभाल रहे हैं वहीं 80 की अमित शाह.

 

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