MP News: ‘चुनाव के बाद किसी का रेत और पत्थर का ट्रैक्टर नहीं पकड़ा जाएगा’, कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना का वीडियो वायरल

Gwalior News: कैबिनेट मंत्री ऐदल सिंह कंसाना का वीडियो वायरल होने के बाद सियासत गरमाई हुई है. कांग्रेस सरकार पर माफिया का संरक्षण देने की बात कर रही है.
Agriculture Minister Adal Singh Kansana's video regarding illegal excavation of sand from Chambal river is going viral.

चंबल नदी से रेत के अवैध उत्खनन को लेकर कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना वीडियो वायरल हो रहा है.

Gwalior News: लोकसभा चुनाव के समय मध्य प्रदेश के चंबल नदी से रेत के अवैध उत्खनन को लेकर कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना वीडियो वायरल हो रहा है. सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में भाजपा के कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना खुलकर कह रहे हैं कि चुनाव बाद किसी का रेट और पत्थर का ट्रैक्टर नहीं पकड़ा जाएगा. किसी का ट्रैक्टर पकड़ा तो मुझे फोन लगाए मैं छुड़वाऊगा.

चंबल में रेत का अवैध उत्खनन प्रदेश भर में जग जाहिर

दरअसल वीडियो मुरैना के प्रसिद्ध करह आश्रम का बताया जा रहा है, जहां पर गुर्जर समाज की महापंचायत का आयोजन किया गया. इसमें सुमावली विधायक और मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री ऐदल सिंह कंसाना भी पहुंचे थे, उस दौरान कुछ लोगों ने कहा कि हमारे रेट और पत्थर के ट्रैक्टर पकड़े जाते हैं. इसी को लेकर एदल सिंह कंसाना ने कहा कि मैं इस पवित्र स्थान पर आपको विश्वास दिला रहा हूं कि चुनाव के बाद किसी का पत्थर और रेट का ट्रैक्टर नहीं पकड़ा जाएगा. किसी का पकड़ा गया तो मुझे तत्काल फोन कर देना मेरी जिम्मेदारी है कि मैं छुड़वाउगा, मैं मध्य प्रदेश सरकार का मंत्री तो हूं, लेकिन आपके इलाके का सरपंच भी हूं. चंबल में रेत का अवैध उत्खनन पूरे प्रदेश भर में जग जाहिर है यहां सबसे ज्यादा चंबल नदी से अवैध रेत का उत्खनन किया जाता है यहां रेत माफिया इतने हावी है कि इन्हें अगर कोई रोकने की कोशिश करता है तो उसका अंजाम सिर्फ मौत होता है.

ये भी पढ़ें: भोपाल जंक्शन पर प्लेटफार्म पर खड़ी मालगाड़ी पर चढ़ा शख्स, हाई टेंशन तारों को पकड़ने से बुरी तरह झुलसा

वीडियो वायरल होने के बाद गरमाई सियासत

कैबिनेट मंत्री ऐदल सिंह कंसाना का वीडियो वायरल होने के बाद सियासत गरमाई हुई है. कांग्रेस सरकार पर माफिया का संरक्षण देने की बात कर रही है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राम पांडे का कहना है कि चंबल में इन रेत माफिया पर सरकार का संरक्षण प्राप्त है. वह सरेआम कह रहे हैं कि अवैध धंधा कीजिए और सरकार का पैसा लूटिए, चंबल में सरकार अवैध उत्खनन करा रही है और इस बारे में सरकार से लेकर मंत्रियों तक पता है लेकिन उनके पास पैसा पहुंचता है. वही मंत्री के वायरल वीडियो होने के बाद अब भाजपा उनके बचाव में उतर आई है. बीजेपी के प्रदेश मंत्री लोकेंद्र पाराशर का कहना है कि अगर रेत का कारोबार अवैध है तो निश्चित रूप से पकड़ा जाना चाहिए और उसके खिलाफ सजा भी दी जानी चाहिए, लेकिन जो वैध कार्य कर रहा है उसको क्यों पकड़ा जाना चाहिए. अवैध कार्य को लेकर ऐदल सिंह कंसाना जी ऐसे नेता बात नहीं कर सकते. मुझे लगता है कि यह जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें छेड़छाड़ की गई है.

2-3 हजार से अधिक ट्रैक्टर से रोज होता है अवैध उत्खनन

ग्वालियर चंबल अंचल में हो रही अवैध उत्खनन को रोकने के लिए सरकार के द्वारा यहां कोई बड़ा काम नहीं है, अगर सरकार चाहे तो एक दिन के अंदर ग्वालियर चंबल अंचल का अवैध उत्खनन बंद हो सकता है लेकिन अंदर ही अंदर सरकार से लेकर कई राजनीतिक पार्टी के बड़े नेता इसमें लिप्त है. वह इन्हें रेत माफिया को अंदर ही अंदर संरक्षण देते हैं और इसका कारण है की अवैध रेत का उत्खनन एक विशेष समुदाय के द्वारा किया जाता है और उनका एक बड़ा वोट बैंक भी है. इस वोट बैंक की वजह से नेता इन माफिया को अपना संरक्षण देते हैं. रेत उत्खनन के काम में लगभग 5 हजार से अधिक लोग और 2-3 हजार से अधिक ट्रैक्टर, ट्रक के द्वारा हर रोज रेत का अवैध उत्खनन करते है. यह माफिया शहर के आसपास सहित चंबल से लगे उत्तर प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में खपाया जाता है. रेत के इस कारोबार में माफियाओं द्वारा करोड़ों रुपए की काली कमाई इस अवैध परिवहन से होती है, लंबे समय से इस रेत उत्खनन और पुलिस पर हमले कार्रवाई को लेकर विभिन्न दलों के राजनीतिक लोग एक-दूसरे पर कीचड़ डालते हुए अपने दामन को बेदाग बताने का दिखावा कर रहे हैं पर हकीकत कुछ और ही है सभी लोग किसी न किसी तरीके से इन माफिया को संरक्षण दे रहे हैं.

ज़रूर पढ़ें