IPS Transfer: मध्य प्रदेश में बड़ी प्रशासनिक का सर्जरी, 10 IPS अफसरों का तबादला किया गया
ट्रांसफर
IPS Transfer: मध्य प्रदेश में रविवार यानी 1 जून की देर रात बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए 10 IPS अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया गया है. गृह विभाग ने लिस्ट जारी की है. कटनी एसपी अभिजीत रंजन और दतिया एसपी वीरेंद्र कुमार मिश्रा को भोपाल पुलिस मुख्यालय भेज दिया गया है. वहीं कैबिनेट मंत्री विजय शाह के बयान के मामले में जांच कर रही SIT टीम के IPS प्रमोद वर्मा का भी ट्रांसफर कर दिया गया है. उन्हें जबलपुर रेंज का आईजी बनाया गया है.
चंबल रेंज के IG और DIG को हटाया गया
चंबल रेंज के IG सुशांत कुमार सक्सेना और DIG कुमार सौरभ को हटा दिया गया है. जबलपुर रेंज के आईजी को चंबल रेंज का पुलिस महानिरीक्षक बनाया गया है. वहीं सुनील कुमार जैन को चंबल रेंज का उप पुलिस महानिरीक्षक बनाया गया है. IPS सुशांत कुमार सक्सेना को चंबल रेंज से हटाकर भोपाल पुलिस मुख्यालय में पुलिस महानिरीक्षक के पद पर तैनात किया गया है. वहीं कुमार सौरभ को पुलिस मुख्यालय (अजाक) भोपाल भेज दिया गया है.
CM मोहन यादव की बड़ी कार्रवाई, 2 SP समेत कई अफसर हटाए गए
— Vistaar News (@VistaarNews) June 1, 2025
◆ कटनी और दतिया के SP को हटाने के निर्देश
◆ चंबल रेंज के IG-DIG पर भी गिरी गाज#MadhyaPradesh #CMAction #MohanYadav @DrMohanYadav51 pic.twitter.com/eLbaTLHJIi
कटनी के नए एसपी अभिनव विश्वकर्मा होंगे
कटनी एसपी अभिजीत रंजन पर कार्रवाई करते हुए उन्हें पद से हटा दिया गया है. कटनी की जिले की सीएसपी ख्याति मिश्रा के तहसीलदार पति से विवाद के बाद ये एक्शन लिया गया है. उन्हें भोपाल स्थित पुलिस मुख्यालय में सहायक पुलिस महानिरीक्षक बनाया गया है. वहीं उनकी जगह इंदौर पुलिस उपायुक्त पर तैनात अभिनव विश्वकर्मा लेंगे.
बताया जा रहा है कि 31 मई को दतिया एयरपोर्ट के उद्घाटन के मौके पर भीड़ नियंत्रण को लेकर एसपी वीरेंद्र कुमार मिश्रा और आईजी सुशांत कुमार सक्सेना के बीच बहस हुई थी. इसे देखते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए पुलिस अधीक्षक का ट्रांसफर करके पुलिस मुख्यालय सहायक पुलिस महानिरीक्षक बनाया गया है.
सीएम ने बताया था खेदजनक व्यवहार
सीएम मोहन यादव ने रविवार यानी 1 जून को सोशल मीडिया साइट एक्स पर ट्वीट करके कहा था कि कटनी के पुलिस अधीक्षक और दतिया के पुलिस अधीक्षक तथा आईजी, डीआईजी चंबल रेंज द्वारा ऐसा व्यवहार किया गया जो लोकसेवा में खेदजनक है. इस कारण इन्हें तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिये हैं.