MP: 60 साल से रह रहे 200 परिवारों को जमीन खाली करने का नोटिस; कटनी में ग्रामीण बोले- 1984 में पट्टा मिला था, अब कहां जाएं
जमीन खाली करने की नोटिस के बाद ग्रामीण शिकायत लेकर वन विभाग के ऑफिस पहुंचे.
Katni News: मध्य प्रदेश के कटनी जिले में 60 सालों से रह रहे 200 परिवारों को जमीन खाली करने का नोटिस मिला है. विजयराघवगढ़ तहसील के दड़ौरी गांव में प्रशासन ने ग्रामीणों से जमीन के दस्तावेज दिखाने के लिए कहा है. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें 1984 में जमीन का पट्टा मिला था. 2008 में जमीन का नया पट्टा देने की बात कहकर पुराना पट्टा वापस ले लिया गया. 60-70 सालों से यहां रह रहे हैं. अब जमीन के कागज कहां से लेकर आएं.
‘बारिश के मौसम में बच्चों और परिवार को लेकर कहां जाएं’
पूरा मामला विजयराघवगढ़ तहसील के दड़ौरी गांव कहा है. यहां वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों को नोटिस भेजकर जमीन के डॉक्यूमेंट भेजने के लिए कहा है. वहीं विभाग के नोटिस के बाद 200 परिवारों के सामने रहने का संकट खड़ा हो गया है. ग्रामीणों ने बताया कि इस समय बारिश का मौसम है. इस समय बच्चों और परिवार को लेकर कहां जाएं. रहने के लिए कोई ठिकाना नहीं है.
‘2008 में पुराने पट्टे ले लिए’
ग्रामीणों का कहना है कि 1984 में जमीन के लिए पट्टा दिया गया था. लेकिन 2008 में नया पट्टे देने का लालच देकर जमान का पुराना पट्टा वापस ले लिया गया. अब जमीन के कागज मांगे जा रहे हैं.
वहीं वन विभाग के नोटिस के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण वन विभाग के मुख्यालय पहुंचे. ग्रामीणों ने अधिकारियों को लिखित में समस्या बताई है. ग्रामीणों का कहना है कि विभाग के इस फैसले से 200 परिवार बर्बाद हो जाएंगे.
अधिकारी बोले- नियम के तहत कार्रवाई
वहीं पूरे मामले कटनी के DFO गौरव शर्मा ने बताया कि ग्रामीण जिस जमीन पर रह रहे हैं. वह जमीन वन विभाग के क्षेत्र में आती है. नियम के तहत ही नोटिस दी गई है. नियम के तहत की कार्रवाई की जा रही है.