Sehore: कुबेरेश्वर धाम में निकली कांवड़ यात्रा, धक्का-मुक्की में 2 श्रद्धालुओं की मौत, कई लोग अपने परिवार से बिछड़े
कुबेरेश्वर धाम में फिर 2 श्रद्धालुओं की मौत.
Sehore News: कुबेरेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित प्रदीप मिश्रा ने आज कावड़ यात्रा निकाली. इस दौरान भीड़ ज्यादा होने के कारण 2 लोगों की मौत हो गई. जबकि कई लोग अपने परिवार से बिछड़ गए. बिछड़ जाने के बाद लोग रोते-बिलखते हुए नजर आए.
आज लाखों की संख्या में कावड़ यात्री भगवान शिव का जलाभिषेक करने पहुंचे. धाम के अंदर चारों तरफ भक्तों का जनसैलाब दिखाई दिया. देश के कोने-कोने से लोग कुबेरेश्वर धाम आज पहुंचे हुए थे. धाम के अंदर भीड़ इतनी ज्यादा पहुंच गई की धाम में पैर रखने तक की जगह नहीं बची.
रोते-बिलखते हुए नजर आए लोग
कुबेरेश्वर धाम में आपस में बिछड़ जाने के बाद लोग रोते-बिलखते हुए नजर आए. अपनों की खोज में लोगों ने विस्तार न्यूज़ के संवाददाता से बातचीत करते हुए फूट-फूट कर रोए और निवेदन करने लगे कि उन्हें उनके परिजनों से मिला दिया जाए. एक महिला अपनी बहन और उसकी सास के साथ कुबेरेश्वर धाम पहुंची थी, लेकिन आज सुबह से ही महिला अपनी बहन से बिछड़ गई जिसके बाद वह फूट-फूट कर रो रही है. उसका कहना है कि सुबह से ही वह अपनी बहन और उसकी सास को ढूंढ रही है लेकिन मिल नहीं पा रहे हैं. इसके अलावा उमस भरी गर्मी की वजह से लोग बीमार भी हो जा रहे हैं. बेगूसराय के रहने वाली एक लड़की बेहोश होकर गिर पड़ी, इसके बाद मंदिर में मौजूद एक कावड़ यात्री उसे अपने कंधे पर लेकर अस्पताल जाने लगा. बातचीत की तो पता चला कि लड़की अपने परिवार वाले से बिछड़ गई है जिसके बाद घबराहट में उसकी तबीयत खराब हो गई और वह बेहोश हो गई.
लाउडस्पीकर से लोग लगातार अपनों का नाम पुकारते रहे
लाउडस्पीकर पर लगातार लोग अपनों की खोज में गुम हुए लोगों का नाम पुकारते रहे, लेकिन भीड़ इतनी ज्यादा धाम में है कि मिलना मुश्किल है. कोई ऐसा निश्चित खोया-पाया केंद्र भी नहीं बनाया गया है. धाम में जहां पर लोग आपस में मिल सकेंगे. लाउडस्पीकर पर नाम पुकारते हुए, रोते हुए, चीखते-चिल्लाते हुए आवाज सुनाई दे रही है.
अव्यवस्था का आलम यह है कि शेड के नीचे जगह भर जाने की वजह से लोग कड़ी धूप में और उमस भरी गर्मी में बैठने और लेटने को मजबूर दिखाई दिए. हजारों लोग गम फर्श पर ही आराम करते हुए दिखाई दिए. घंटों पैदल चलने के बाद थके हुए लोग कड़ी धूप के नीचे ही डंडे के सहारे चादर लटका कर धूप से बचते नजर आए. कुछ लोग जिनके पास व्यवस्था नहीं थी वह तो छाता लेकर नीचे लेटे हुए नजर आए. लोगों ने कहा प्रबंधन को मालूम था कि इतने लोग आएंगे तो पहले से व्यवस्था क्यों नहीं की गई.
कुबेरेश्वर धाम भगवामय नजर आया
सावन के पवित्र महीने में पंडित प्रदीप मिश्रा का कुबेरेश्वर धाम आज भगवामय नजर आया. लोग आस्था में सराबोर में डूबे हुए दिखाई दिए. यही वजह है कि लाखों की भीड़ होने के बावजूद लोग कावड़ में जल लेकर आए शिवलिंग पर जलाभिषेक किया. 12 से 15 किलोमीटर पैदल चलकर कावड़ यात्री कुबरेश्वर धाम पहुंचे हुए थे. कुबेरेश्वर धाम में पहुंचे कांवड़ यात्रियों में काफी उत्साह दिखा, कोई मंत्रोच्चार कर रहा है, तो कोई भक्ति में लीन होकर भजन गा रहा है तो कोई भगवान भोलेनाथ का जयकारा लगा रहा है
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सुरक्षा व्यवस्था के सवाल पर अधिकारियों ने चुप्पी साधी
धाम में मौजूद एक बुजुर्ग ने बताया कि पानी की भी व्यवस्था ठीक से नहीं की गई है, बुजुर्ग को मजबूरन 1 लीटर पानी में नहाना पड़ा. शौचालय में पानी आ ही नहीं रहा है. इसकी वजह से लोगों को शौच करने में में दिक्कत हो रही है.
इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था की अगर बात करेंगे तो जितनी पुलिस बल होनी चाहिए थी उतनी थी ही नहीं. बैरिकेडिंग की भी व्यवस्था पर्याप्त नहीं थी, जिसकी वजह से लोग आपस में धक्का-मुक्की के शिकार हो जा रहे थे. अगर प्रशासन वन-वे व्यवस्था लागू करता तो एक तरफ से लोग आते और एक तरफ से जाते. लेकिन ऐसा बिल्कुल कहीं भी दिखाई नहीं दिया. सुरक्षा व्यवस्था के सवाल पर कलेक्टर से लेकर SP और सारे अधिकारी बचते हुए दिखाई दिए.