40 साल बाद यूनियन कार्बाइड का कचरा भोपाल से पीथमपुर पहुंचा, रामकी एनवायरो में 337 मीट्रिक टन वेस्ट जलाकर नष्ट किया जाएगा
MP News: बुधवार देर रात राजधानी भोपाल (Bhopal) से 40 साल बाद यूनियन कार्बाइड (Union Carbide) का जहरीला कचरा पीथमपुर (Pithampur) के लिए रवाना किया गया. रात करीब 2 बजे कचरे को 12 कंटेनर से रवाना किया गया. पीथमपुर में ये कचरा 2 जनवरी को सुबह 5 बजे पहुंचा. कंटेनर को 40 से 50 किमी की रफ्तार से ले जाया गया. यहां की रामकी एनवायरो में ये कचरा नष्ट किया जाएगा.
250 किमी लंबा ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया
राजधानी भोपाल से धार जिले के पीथमपुर तक जहरीला कचरा पहुंचाने के लिए 250 किमी लंबा ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया. जिस रास्ते से काफिला गुजरा वहां से किसी भी वाहन को नहीं निकलने दिया गया. जब काफिला सीहोर के पास से गुजरा तो 4 किमी लंबा ट्रैफिक जाम लग गया. बिना किसी व्यक्ति को नुकसान पहुंचे कचरे को सुरक्षित पहुंचाया जा चुका है.
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337 मीट्रिक टन कचरा नष्ट किया जाएगा
धार जिले के इंडस्ट्रियल एरिया पीथमपुर में ये कचरा नष्ट किया जाएगा. आशापुरा गांव में स्थित रामकी एनवायरो में जहरीले कचरे को जलाया जाएगा. इस पूरी प्रक्रिया में वैज्ञानिक पद्धति अपनाई जाएगी. विशेषज्ञों के दिशा-निर्देश पर काम किया जाएगा. सरकारी अधिकारी भी बाकायदा रिपोर्ट तैयार करेंगे. कचरा नष्ट करने की प्रक्रिया एमपी हाईकोर्ट के निर्देश पर की जा रही है.
पीथमपुर की जनता ने किया विरोध
पीथमपुर में कचरा जलाए जाने को लेकर यहां की जनता ने विरोध किया है. सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया. लोगों का कहना है कि यहां कचरा जलाने से रहवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा. इससे प्रदूषण होगा और स्वास्थ्य पर भी गंभीर असर पड़ेगा.
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हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई
MGM कॉलेज के पूर्व छात्र संघ ने कचरे को जलाने को लेकर एमपी हाईकोर्ट की इंदौर बेंच में याचिका दायर की गई है. याचिका में कहा गया है कि पीथमपुर में जहरीला कचरा जलाने से कैंसर के केस बढ़ेंगे.