MP: ‘इंदौर आकर जूते लगाऊंगी’, महिला विधायक निर्मला सप्रे का युवक को गाली देने का कथित ऑडियो वायरल
महिला विधायक निर्मला सप्रे का कथित ऑडियो वायरल होने के बाद गौसेवक ने थाने में शिकायत की.
Input: परसराम साहू
MLA Nirmala Sapre Viral Audio: मध्य प्रदेश में बीना से महिला विधायक निर्मला सप्रे के गौसेवक को धमकी देना का ऑडियो सामने आया है. जिसमें निर्मला सप्रे युवक इंदौर जाकर युवक से निपटने की बात कहती हुई सुनाई दे रही हैं. साथ ही में विधायक ने युवक से गाली-गलौज भी किया. वहीं ऑडियो वायरल होने के बाद महिला विधायक का कहना है कि ये मेरी आवाज नहीं है बल्कि बदनाम करने के लिए AI से बनाया गया है.
‘इंदौर आकर जूते लगाऊंगी‘
इंदौर के रहने वाले गौ सेवक और बजरंग दल के पूर्व संयोजक हरकिशन सेन ने महिला विधायक निर्मला सप्रे के खिलाफ थाने में शिकायत की है. युवक ने आरोप लगयाा है कि महिला विधायक ने उन्हें कॉल करके गाली-गलौज किया और धमकी दी है. महिला विधायक के गाली गलौज करने का कथित ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें महिला विधायक ने धमकी देते हुए कहा, ‘तुम फेसबुक पर ही नेता बनो. फालतू पोस्ट की तो इंदौर में आकर तुम्हारी ऐसी-तैसी करेंगे. तुम्हारा बाप महेश राय जब था तब क्यों नहीं गोचर भूमि खाली की.’
इसके बाद कॉल करने वाली महिला ने युवक को गाली भी दी. जिसका ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
वायरल ऑडियो पर महिला विधायक ने दी सफाई
महिला विधायक ने वायरल ऑडियो पर सफाई दी है. उन्होंने कहा, ‘मैं हरकिशन सेन को अपना छोटा भाई मानती हूं. ये ऑडियो पूरी तरह फर्जी हैं. मैं तीन दिन से अस्पताल में भर्ती थी. जब मैं पूरी तरह से स्वस्थ्य हो जाऊंगी, तो सागर SP से कहकर इसकी जांच करवाऊंगी. इस तरह का ऑडियो नहीं बनाना चाहिए. आधुनिक टेक्नॉलजी और AI के जरिए इस तरह का ऑडियो बनाया जाता है.’
गोचर भूमि मुक्त करना की मांग की थी
इंदौर के खिमलासा गांव के रहने वाले हरकिशन ने बताया कि उन्होंने अपने और आसपास के गांवों में गोचर भूमि मुक्त कराने की मांग की थी. कई बार प्रशासन को इसके लिए ज्ञापन भी दिया और फेसबुक पर पोस्ट की थी. जिसको लेकर महिला विधायक निर्मला सप्रे ने मुझे धमकी दी है.
निर्मला सप्रे ने कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था चुनाव
दरअसल निर्मला सप्रे काग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ीं थी. लोकसभा चुनाव के दौरान 5 मई को प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की उपस्थिति में निर्मला भाजपा में शामिल हुई थीं. जिसके बाद वह लगातार चर्चा में हैं. काग्रेस पार्टी लगातार उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द करने की मांग करती रही है. साथ ही मामले को लेकर काग्रेस हाईकोर्ट भी गयी थीं.